
प्रदेश में सभी बाँध और बड़े जलाशयों पर अधिकारी तैनात रहे :

जल
संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम
सिलावट ने मंत्रालय में राज्य
में अति वर्षा, बाँध सुरक्षा और
बाढ़ की स्थिति के संबंध में
समीक्षा बैठक की। प्रमुख सचिव
श्री मनीष सिंह, जल
संसाधन विभाग के ईएनसी श्री
शिशिर कुशवाह और अन्य अधिकारी
उपस्थित रहे।
जल
संसाधन मंत्री श्री सिलावट ने
अधिकारियों को निर्देश दिए कि
राज्य और जिला स्तर पर बनाए गए
कंट्रोल रूम 24 घंटे कार्यरत
रहें और सभी जिले सतत संपर्क
में रहें। प्राप्त सूचनाओं का
त्वरित संप्रेषण किया जाए। जल
भराव की स्थिति निर्मित होने पर
बाँधो के फाटक खोलने के पूर्व
स्थानीय जिला प्रशासन को सूचित
करें। प्रभावित जिलों के
कलेक्टर और स्थानीय प्रशासन को
इसके लिए पूर्व में ही सूचना दी
जाए।
मंत्री
श्री सिलावट ने कहा कि विभाग के
अधिकारी बाढ़ की स्थिति का आकलन
करें। बांध और जलाशय में जल की
आवक को देखते हुए अतिरिक्त जल-भराव
के साथ ही गेट खोलने की
प्रक्रिया शुरू करें। मंत्री
श्री सिलावट ने निर्देश दिए की
प्रमुख जलाशय और बाँध के लिए
वरिष्ठ अधिकारी तैनात किए जाए।
अधिकारियों की जिम्मेदारी तय
की जाए। उन्होंने ईएनसी श्री
कुशवाह को निर्देश दिए की
वर्तमान में प्रदेश में बाँधों
में पानी की स्थिति और आस-पास के
जिलों में अति-वर्षा को देखते
हुए बाढ़ नियंत्रण के लिए सभी
आवश्यक कदम उठाए जाए। कही भीं
अतिरिक्त जल-भराव की स्थिति
निर्मित नहीं हों। इसके लिए
लगातार निगाह रखी जाए।
प्रमुख अभियंता श्री कुशवाह ने
बताया की प्रदेश के सभी बड़े और
मध्यम स्तर के 42 जलाशयों में जल-भराव
की स्थिति सामान्य है। कही भी
अतिवर्षा के कारण अभी पानी
छोड़ने को स्थिति नहीं है। केवल
2 बाँध से पानी छोड़ा गया था। अब
स्थिति सामान्य है।