
समरसता यात्रा के स्वागत के लिये शाजापुर, इंदौर, शिवपुरी, न

संत
रविदास के संदेश और जीवन
मूल्यों के प्रति समाज में
जागरूकता लाने के उद्देश्य से
प्रदेश के विभिन्न स्थानों से
निकाली जा रही समरसता यात्राएँ
12 अगस्त को सागर पहुँचेंगी, जहाँ
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र
मोदी संत रविदास मंदिर निर्माण
का शिलान्यास करेंगे।
यात्राओं ने 10वें दिन 4 अगस्त को
शाजापुर, इंदौर, शिवपुरी,
नरसिंहपुर और पन्ना जिले में
सद्भावना का संदेश दिया।
संत
रविदास समरसता यात्राओं में
प्रतिदिन जनसैलाब उमड़ रहा है।
संत रविदास समरसता यात्रा रथ
जहाँ-जहाँ से गुजर रहा है, वहाँ
के लोग स्मारक निर्माण के लिये
अपने क्षेत्र की मिट्टी तथा
नदियों का जल देकर धन्य हो रहे
हैं। सभी जगह विभिन्न समाज के
लोगों द्वारा हर्षोल्लास के
साथ समरसता यात्रा का भव्य
स्वागत किया जा रहा है।
समरसता
यात्रा के 10वें दिन आज स्कूल
शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) एवं
सामान्य प्रशासन राज्यमंत्री
श्री इंदरसिंह परमार ने, इंदौर
में जल संसाधन मंत्री श्री
तुलसीराम सिलावट ने, लोक
निर्माण विभाग राज्यमंत्री
श्री सुरेश धाकड़ राठखेड़ा,
नरसिंहपुर में म.प्र. गोपालन और
पशुधन संवर्धन बोर्ड के
अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद
गिरि और पन्ना में जन-प्रतिनिधियों
ने समरसता यात्रा का स्वागत
किया।
शाजापुर
रूट
क्रमांक 1 की संत रविदास यात्रा
ने 25 जुलाई को नीमच से प्रारंभ
होकर 4 अगस्त को शाजापुर जिले के
अकोदिया से प्रारंभ होकर जनपद
पंचायत शुजालपुर पहुंची। इस
दौरान विभिन्न स्थानों पर
यात्रा का ग्रामीणजनों एवं जन-प्रतिनिधियों
द्वारा उत्साह के साथ
पुष्पवर्षा कर स्वागत किया
गया। जन-प्रतिनिगण चरणपादुका
को मस्तक पर रखकर यात्रा में
शामिल हुए। समरसता यात्रा में
स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार)
एवं सामान्य प्रशासन
राज्यमंत्री श्री इंदरसिंह
परमार ने भी हिस्सा लिया।
राज्यमंत्री श्री परमार ने
यात्रा में चरणपादुका का पूजन
किया एवं चरणपादुका को सिर पर
धारण कर यात्रा में शामिल हुए।
इस दौरान राज्यमंत्री श्री
परमार ने उपस्थित संत जनों का
शॉल एवं श्रीफल भेंटकर स्वागत
किया।
इंदौर
रूट
क्रमांक 2 की संत रविदास यात्रा
ने 25 जुलाई को धार जिले के
माण्डव से प्रारंभ होकर 4 अगस्त
को इंदौर के विभिन्न स्थानों पर
सदभावना संदेश दिया।
संत
शिरोमणि रविदास महाराज के भव्य
मंदिर निर्माण के उद्देश्य से
निकाली जा रही समरसता यात्रा का
इंदौर में आज दूसरा दिन था।
दूसरे दिन भी इस यात्रा में बड़ी
संख्या में जनसमुदाय जुड़ा।
यात्रा का जगह-जगह सवा सौ से
अधिक मंचों के माध्यम से भव्य
और अद्भुत स्वागत हुआ। जिस
क्षेत्र से यात्रा निकाली वह
पूरा क्षेत्र संत शिरोमणि
रविदास जी महाराज से जयकारों से
गुंजायमान हो गया। यात्रा में
आज जल संसाधन मंत्री तुलसीराम
सिलावट, राज्य युवा आयोग के
अध्यक्ष डॉ. निशांत खरे, महापौर
श्री पुष्यमित्र भार्गव,
विधायक श्रीमती मालिनी गौड़,
अनूसूचित जाति वित्त विकास
निगम के अध्यक्ष श्री सावन
सोनकर, पूर्व विधायक श्री जीतू
जिराती तथा यात्रा के प्रभारी
श्री सुरज केरो विशेष रूप से
मौजूद थे।
शिवपुरी
रूट
क्रमांक 3 की संत रविदास समरसता
यात्रा ने 25 जुलाई को श्योपुर
जिले से प्रारंभ होकर 4 अगस्त को
संत शिरोमणि रविदास समरसता
यात्रा ने आज पोहरी के बैराड़
में प्रवेश किया। जहाँ लोक
निर्माण विभाग राज्यमंत्री
श्री सुरेश धाकड़ राठखेड़ा,
जिलाध्यक्ष राजू बाथम ने
यात्रा का भव्य स्वागत किया।
समरसता यात्रा में हरिद्वार से
आई साध्वी रंजना दीदी के साथ
मध्यप्रदेश पाठ्य पुस्तक निगम
के उपाध्यक्ष प्रहलाद भारती,
कौशल विकास निगम के उपाध्यक्ष
नरेंद्र बिरथरे भी साथ थे।
इस
मौके पर मध्यप्रदेश बांस शिल्प
विकास बोर्ड के अध्यक्ष एवं
पूर्व विधायक सर्वश्री
घनश्याम पिरोनिया, जिला
उपाध्यक्ष दिलीप मुद्गल, सोनू
बिरथरे, महामंत्री पृथ्वीराज
सिंह जादौन, रामकली चौधरी,
कुसुम लखन, वीर सिंह, अवतार
गुर्जर, नगर परिषद अध्यक्ष
मालती लक्ष्मण सिंह रावत,
उपाध्यक्ष सेवा तोलाराम यादव,
सभी पार्षदगण एसडीएम पोहरी
श्री शिवदयाल धाकड़, तहसीलदार
बैराड़ श्री संतोष धाकड़, जनपद
उपाध्यक्ष श्री मुन्नालाल
रावत उपस्थित रहे। विक्की मंगल
मंडल अध्यक्ष द्वारा
कार्यक्रम का संचालन किया एवं
तुलाराम यादव द्वारा एक गीत के
माध्यम से आभार प्रदर्शन किया।
नरसिंहपुर
बालाघाट
से 25 जुलाई को प्रारंभ हुई रूट
क्रमांक 4 की समरसता यात्रा ने 4
अगस्त को नरसिंहपुर जिले के
तेन्दूखेड़ा के विभिन्न
स्थानों पर सद्भावना संदेश
दिया। श्रद्धालुओं एवं जन-प्रतिनिधियों
ने संत शिरोमणि रविदास जी के की
चरण पादुकाएँ तथा पवित्र जल कलश
का पूजन किया। मध्यप्रदेश
गोपालन एवं पशुधन संवर्धन
बोर्ड के अध्यक्ष स्वामी
अखिलेश्वरानंद गिरि, पूर्व
विधायक श्री भैयालाल पटेल ने
संत श्री रविदास जी महाराज के
व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला और
यात्रा के उद्देश को विस्तार से
बताया।
पन्ना
सिंगरौली
से 26 जुलाई को प्रारंभ हुई रूट
क्रमांक 5 की समरसता यात्रा 4
अगस्त को पन्ना जिले एवं
अजयगढ़ नगरीय क्षेत्र के
वार्डों और विभिन्न ग्रामों
में यात्रा के जरिए सामाजिक
समरसता का संदेश दिया गया। जिला
मुख्यालय पर टाउन हॉल में जिला
स्तरीय जनसंवाद कार्यक्रम भी
आयोजित किया गया। समरसता
यात्रा के माध्यम से प्रत्येक
गाँव की मिट्टी और नदियों से
एकत्रित जल से सागर के बड़तूमा
में बनने वाले ऐतिहासिक व भव्य
संत रविदास मंदिर की नींव रखी
जाएगी। संत रविदास जी की
जन्मभूमि से पावन मिट्टी और
गंगा जल भी यात्रा के माध्यम से
सागर पहुँचेगा।
समरसता
यात्रा अंतिम दिवस अजयगढ़
विकासखण्ड के ग्राम बीरा से
छतरपुर जिले में प्रवेश हुआ। इस
दौरान पन्ना एवं अजयगढ़ नगर के
बाजार क्षेत्र और वार्डों में
यात्रा के भ्रमण के दौरान बड़ी
संख्या में स्थानीय नागरिकों
ने यात्रा का जगह-जगह भव्य
स्वागत किया।
5
अगस्त की समरसता यात्रा का रूट
नीमच
से प्रारंभ प्रथम रूट की समरसता
यात्रा 11वें दिन 5 अगस्त को
देवास, द्वितीय रूट की धार से
प्रारंभ यात्रा इंदौर, तृतीय
रूट की श्योपुर से प्रारंभ
यात्रा शिवपुरी, चतुर्थ रूट की
बालाघाट से प्रारंभ यात्रा
नरसिंहपुर एवं पाँचवें रूट की
सिंगरौली से प्रारंभ यात्रा
पन्ना में संत रविदास के
संदेशों को जन-जन तक
पहुँचायेगी।