
सायबर अपराधियों के सॉफ्ट टारगेट को हार्ड टारगेट बनाने मे

राज्यपाल
श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि सायबर
अपराधियों के सॉफ्ट टारगेट को
हार्ड टारगेट बनाने में प्रतिभागी अपनी
पूरी शक्ति और सामर्थ्य लगाए।
प्राप्त ज्ञान का समाज में
प्रसार ही उसकी सार्थकता है।
उन्होंने कहा कि प्राप्त ज्ञान
और साधन से निज उन्नति के साथ ही
समाज के वंचित, पिछड़े वर्ग को
लाभान्वित कर, उनके उत्थान में
सहयोग करना ही भारतीय संस्कृति
है। उन्होंने कहा है कि हर घर
तिरंगे के संकल्प से हर नागरिक स्वयं
को जोड़े। दूसरों को जोड़ कर, राष्ट्र
के प्रति अपनी समर्पण शक्ति को
जागृत करे। इस अमृत काल को
राष्ट्र के प्रति कर्तव्य काल
के रूप में मनाएं।
श्री
पटेल आज आई.ई.एस. कॉलेज ऑफ
टेक्नोलॉजी में आयोजित साइबर
सिक्योरिटी हैकथॉन कवच-2023 के
विजेताओं के पुरस्कार समारोह
को संबोधित कर रहे थे। हैकथॉन
का आयोजन केन्द्रीय शिक्षा एवं
गृह मंत्रालय की पहल पर किया
गया था। राज्यपाल ने
प्रतियोगिता के विजेताओं के
साथ आई.ई.एस. विद्यालय और
विश्वविद्यालय के प्रतिभाशाली
विद्यार्थियों को पुरस्कृत
किया।
राज्यपाल
श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि
हार से सीखने वाले ही भविष्य के
विजेता होते है। प्रतियोगिता
में सहभागिता की सार्थकता
परिणामों में नहीं, प्राप्त
ज्ञान, अनुभव और कौशल के प्रसार
में है। उन्होंने कहा कि नवीन
तकनीक के लाभ और हानि दोनों
पक्ष होते है। शिक्षित युवाओं
की जिम्मेदारी है कि वह अपनी
प्रतिभा और ज्ञान से आधुनिक
तकनीक के लाभ को समाज के
वंचित वर्गों तक पहुँचाएं।
तकनीक के दुरुपयोग की हानियों
से रक्षा करें। उन्होंने कहा
कि यह चिंता की बात है कि समाज के
शिक्षित और सक्षम वर्ग के कुछ
लोग अपने सामर्थ्य का दुरुपयोग
गरीब और वंचित वर्ग को सताने
में करते है। अशिक्षित, गरीब और
पिछड़े वंचित वर्ग के सदस्य ऐसे
अपराधियों के द्वारा आर्थिक
और मानसिक पीड़ा का शिकार बन
जाते हैं। उन्होंने कहा कि
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र
मोदी ने युवा शक्ति की ऊर्जा और
उत्साह को प्रोत्साहित करते
हुए, नये अवसर उपलब्ध कराए है।
अवसरों का लाभ लेकर युवा पूरे
जोश और होश के साथ राष्ट्र
निर्माण में सहभागी बने।
उन्होंने साइबर सुरक्षा और
अपराध की चुनौतियों से निपटने
के प्रयासों और नवाचार के लिए
युवाओं की सहभागिता के साथ
आयोजन की पहल की सराहना भी की।
मध्यप्रदेश
निजी विश्वविद्यालय विनियामक
आयोग के अध्यक्ष, श्री भरत शरण
सिंह ने कहा कि देश का अमृत काल
हमारे आजादी के संघर्ष के वीरों
शहीदों से प्रेरणा लेने का काल
है। आजादी के लिए उनके बिना
प्रतिफल की कामना के संघर्ष
और अपने कर्तव्यों के प्रति समर्पण के
अनुसरण का है। उन्होंने कहा कि
राष्ट्र निर्माण के लिए युवाओं
को अपनी विरासत पर गर्व के साथ
राष्ट्र निर्माण के लिए
संकल्पित होना चाहिए। नागरिक
कर्तव्यों के दायित्व बोध के
साथ आगे बढ़ना चाहिए।
आई.ई.एस.
विश्वविद्यालय के कुलाधिपति
इंजीनियर बी.एस.यादव ने स्वागत
उद्बोधन में समूह की
गतिविधियों, उपलब्धियों का
उल्लेख किया। उन्होंने बताया
कि समूह के पूर्व छात्र-छात्राएं
देश विदेश में अच्छे स्तर कार्य
करने के साथ संस्थान में
अध्ययनरत विद्यार्थियों का
आर्थिक और शैक्षणिक सहयोग एवं
मार्गदर्शन भी कर रहे है।
उन्होंने हैकथॉन-2023 के आयोजन और
प्रतिभागियों की ऊर्जा एवं कार्य
के प्रति समर्पण की सराहना की।
विश्वविद्यालय के मुख्य
कार्यपालक अधिकारी श्री
देवांश सिंह ने आभार प्रदर्शन
किया।
राज्यपाल
श्री मंगुभाई पटेल ने
कार्यक्रम का दीप प्रज्जवलन कर
शुभारम्भ किया। उनका
पुष्पगुच्छ, शॉल, श्रीफल भेंट
कर स्वागत किया गया तथा उनका आभार
ज्ञापित करते हुए स्मृति
चिन्ह भेंट किया गया।