जन्मदिन पर जवाबदेही का अहसास..

जन्मदिन पर  जवाबदेही का अहसास..

शिवराज सिंह चौहान ने जन्मदिन पर बतोर मुख्यमंत्री अपनी जवाबदेही का एहसास कराया.. उन्होंने आधी आबादी के लिए बड़ी हितकारी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना लाडली बहना पर फोकस बनाए रखा.. साथ मे पौधारोपण अभियान को पूरे प्रदेश में एक नए मिशन के साथ नई दिशा दी.. यानी सामाजिक सरोकार से लेकर सियासत के सभी दांव पेंच को लेकर शिवराज जन्मदिन पर कुछ ज्यादा ही संजीदा नजर आए.. महिला सशक्तिकरण की अपनी लाइन को आगे बढ़ाते हुए इस खास मौके पर चिंता बेटी से लेकर बहन और महिलाओं के उत्थान.. उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने की.. ₹1000 महीने की सहायता से जुड़ी योजना के लिए क्राइटेरिया में पारदर्शिता.. लेकिन चुनावी साल में चिंता चुनाव जीतने की तो महिलाओं से मुखातिब होकर उन्हें भरोसा दिलाया.. भरोसा दिलाने का उनका अलग अंदाज जिसमें अपनापन का एहसास तो आत्मीय रिश्ते बनाने की कवायद साफ देखी जा सकती .. योजना का लाभ सभी के लिए सुनिश्चित हो इसके लिए दलालों से सावधान रहने की नसीहत तो गड़बड़ी फैलाने वालों के लिए सख्त चेतावनी.. शिवराज ने घुटनों पर बैठकर जिस तरह महिलाओं को नमन कर उन्हें दुर्गा लक्ष्मी सरस्वती बताया.. वह गौर करने लायक था तो लहजा लुभा रहा था.. जरूरतमंद तो मुख्यमंत्री का दीवाना हो जाए.. योजना हर हाल में महिला हितग्राहियों को उनका हक दिलाने की जो वोट बैंक में तब्दील हो इसकी चिंता भी शिवराज ने की.. योजना की लांचिंग से पहले जब मुख्यमंत्री निवास से निकलकर शिवराज सबसे पहले भाजपा दफ्तर पहुंचे तो संदेश यही गया कि शिवराज भले ही मुख्यमंत्री के तौर पर 16 साल से अधिक का कार्यकाल पूरा कर चुके ..लेकिन उनके लिए संगठन सर्वोपरि और पार्टी के नीति निर्धारक की सोच ..संदेश.. लाइन उनके और सरकार के लिए मायने रखती है.. भाजपा दफ्तर में प्रदेश अध्यक्ष संगठन महामंत्री ,प्रदेश प्रभारी और शिवराज कैबिनेट के अधिकांश मंत्रियों की मौजूदगी में राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश ने भी मंत्रियों को उनकी जवाबदेही का एहसास कराया.. यह वही मंत्री थे जिनसे जिला स्तर पर कार्यकर्ताओं की अपेक्षाएं लगातार बढ़ रही और इनमें से अधिकांश सत्ता और संगठन की उस गाइडलाइन की अनदेखी करते रहे हैं.. जिसके तहत न सिर्फ उन्हें कार्यकर्ताओं को भरोसे में लेकर आगे बढ़ना है बल्कि प्रभार वाले जिलों में मंत्रियों को सरकार के पक्ष में माहौल बनाना है.. संगठन की अपेक्षाओं पर भी खरा उतर कर दिखाना है.. जो बात मुख्यमंत्री मंत्रियों को कहते रहे और संगठन ने जिसे दिशानिर्देश के तौर पर प्रस्तुत किया उसकी अनदेखी से लगभग नाराज शिव प्रकाश ने इस मौके पर सलाह और मशवरा से आगे मंत्रियों को चेतावनी दे डाली.. यह सब कुछ नीति निर्धारकों की प्लानिंग का हिस्सा था तो कोर कमेटी की बैठक के बाद सामने आया.. यह लाइन मंत्रियों के प्रभार वाले जिले में बदलाव के साथ मंत्रियों के विभाग बदलने और मंत्रिमंडल के पुनर्गठन की और भी आगे बढ़ती हुई नजर आती है.. कुल मिलाकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मास्टर स्ट्रोक खेलते हुए लाडली बहना योजना के जरिए सियासी हित साधे, इस योजना को परिणाम मूलक साबित करने के लिए संगठन के फोरम से मंत्रियों से आगे संदेश विधायक और पार्टी कार्यकर्ताओं तक पहुंचा दिया गया..

सीएम शिवराज सिंह का मास्टर स्ट्रोक..
आधी आबादी को साधने की कवायद

 

चुनावी साल 2023 में मध्यप्रदेश में बीजेपी का फोकस आधी आबादी पर है…. ऐसा नहीं कि आदिवासी और दलित वोट बैंक पर बीजेपी की नजर नहीं ..लेकिन जाति धर्म वर्ग समुदाय से ऊपर आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाली महिला हितग्राहियों को वोट बैंक मे तब्दील कर मिशन 2023 फतह करने का स्पष्ट संदेश शिवराज सिंह चौहान ने अंततः दे ही दिया.. समय के साथ चुनौतियों को चिन्हित कर लेने वाले शिवराज ने अपने जन्मदिन के मौके पर सामाजिक सरोकार के मोर्चे पर एक कदम और आगे बढ़ाया तो सियासी मैदान पर एक बड़ा मास्टरस्ट्रोक खेला है…शिवराज सिंह चौहान ने लाडली बहना योजना लॉन्च की…जिसमें हर महिला को 1 हजार रुपये हर माह सरकार देने जा रही है…शिवराज ने मंच के सामने मौजूद महिलाओं से संकल्प दिलवाया कि वह अपने भैया का साथ देंगी और प्रदेश को आगे बढ़ाने के लिए भाजपा सरकार के साथ चलेगी.. कन्या से लेकर स्कूल और कॉलेज में पढ़ने वाली बेटियों की फिक्र करते हुए शिवराज ने शराब की दुकानों के अहाते बंद करने के फैसले के मकसद को सामने रखा ..तो मासूम बेटी के साथ दुराचार करने वाले को फांसी पर लटकाने के सरकार के प्रावधान की याद दिलाते हुए कहां की बहने मेरे लिए दुर्गा लक्ष्मी और सरस्वती है ..जो इज्जत और मान सम्मान से जिएं.. शिवराज ने सांसद रहते शुरू की कन्या विवाह को मुख्यमंत्री बनने के बाद सरकारी योजना बनाने के साथ लाड़ली लक्ष्मी योजना के साथ ही स्कूल जाने के लिए किताबें ,यूनिफॉर्म और साइकिल की व्यवस्था सुनिश्चित कराने की यादें ताजा की.. गर्भवती मजदूर बहन के लिए विशेष आर्थिक सहायता और अब लाडली बहना योजना.. जिसके लिए क्राइटेरिया बनाया गया जिनके परिवार की आमदनी ढाई लाख रुपए प्रति वर्ष से कम है या जिनके पास 5 एकड़ से कम जमीन है कोई शर्त नहीं है सभी बहनों को हर महीने ₹1000 मिलेंगे.. शिवराज ने ऐलान किया कि बहनों को कोई भी प्रमाण पत्र बनवाने की जरूरत नहीं है ..केवल लिखकर देना है ..और बात मान ली जाएगी ..वार्ड में सिविर लगेंगे किसी दलाल के चक्कर में नहीं पड़ना है.. सरकार कर्मचारियों के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग देगी .. एक दिन में शिविर के साथ आवेदन भरे जाएंगे.. 25 मार्च से आवेदन भरवाना शुरू होंगे और 30 अप्रैल तक यह सुविधा उपलब्ध रहेगी ..23 साल से लेकर 60 तक की बहने इसका लाभ उठा सकेंगी.. शिवराज यह कहते हुए इमोशनल हो गए कि बहन बेटियां मान सम्मान से जिएंगे तो मेरा मुख्यमंत्री बनना सफल हो जाएगा..
कई चुनावी सभाओं और आयोजनों का साक्षी बनता रहा जंबूरी मैदान के आज के दृश्य से
एक पल के लिए जैसे पुरानी तस्वीरें फिर से घूम गई हों…घूम गया हो फिर से वो लम्हा….पल 2007 का…ऐसे लगा जैसे वक्त ठहर गया हो….ठहरा…वक्त नहीं था…इतिहास रचने की तैयारी थी…और इन 16 सालों में नए नवेले मुख्यमंत्री से शिवराज सियासत में एक ब्रांड में तब्दील हो चुके हैं…2007 में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने बेटियों के लिए लाडली लक्ष्मी योजना शुरू की थी…और नतीजा 2008,2013 में बीजेपी की बंपर जीत हुई थी…ठीक 16 साल बाद फिर आधी आबादी के लिए एक खास मकसद से मंच पर थे. शिवराज….योजना थी लाडली बहना…और मकसद भी साफ था….कि महिलाओं को सबल बनाने के अलावा फिर से 2008 और 13 की तरह ही 23 में जीत का इतिहास का रचने का…ऐतिसाहिक पल के लिए दिन भी खास चुना गया…खास इसलिए क्योंकि सीएम शिवराज का जन्मदिन था…जन्मदिन के मौके पर कोई जश्न नहीं…कोई दिखावा नहीं….सिर्फ समाज से जुड़े कामों में व्यस्त नजर आए सीएम….व्यस्तता के बीच बीजेपी दफ्तर भी पहुंचे…. पार्टी आलाकमान के सिपहसालारों शिवप्रकाश और मुरलीधर राव से भी मुलाकात की… जहां मंत्रियों को चेतावनी दी गई.. और सभी के साथ पौधारोपण किया गया…पौधा परिवार समेत स्मार्ट सिटी पार्क में भी रोपा… मुख्यमंत्री के साथ उनका परिवार और अधीनस्थ कर्मचारी भी साथ नजर आए.. जो उनकी पर्यावरण बचाने की पहल का 2 साल से हर दिन का साक्षी बना……पौधा जन्मदिन के मौके पर शिववाटिका में भी लगाया…पार्टी की महिला नेताओँ के साथ…और सबने उन्हें जन्मदिन की बधाई दी….बधाई तो पीएम मोदी और गृह अमित शाह नितिन गडकरी योगी आदित्यनाथ समेत उमा भारती, नरेंद्र सिंह तोमर ज्योतिरादित्य सिंधिया और कई नेताओं ने भी दी…मगर पीएम और शाह की बधाई में खास संदेश छिपा था….संदेश ये बताने के लिए काफी था….कि शिवराज अपनी कड़ी मेहनत और मध्यप्रदेश के विकास के विजन से आलाकमान से लेकर आम जनता सबका दिल जीत चुके हैं…जीत का विश्वास 2023 का भी…2023 के लिए जंबूरी मैदान से सीएम शिवराज सिंह चौहान सूबे की आधी आबादी को जन्मदिन का रिटर्न गिफ्ट दिया….और लॉन्च की….लाडली बहना योजना…लाखों बहनों के आगे एक बड़े भाई की तरह घुटनों पर बैठे… बोले… सियासत में अपनी लाइन को आगे बढ़ाने में भरोसा रखने वाले शिवराज सिंह…मध्यप्रदेश की अवाम को अपना परिवार मानने वाले शिवराज सिंह मास्टरस्ट्रोक में कई संदेश छिपे हैं…संदेश ये कि मध्यप्रदेश में बेटियां,बहनें और मांओं के साथ शिवराज सरकार हर पल खड़ी है…हर कदम पर उनके साथ है…और यही भरोसा शिवराज और गाढ़ा करना चाहते हैं…शिवराज की कवायद का भले ही एक मकसद सियासी हो…मकसद इससे भी इनकार नहीं किया जा सकता….कि शिवराज की आधी आबादी को दी गई हर सौगात से न केवल उनकी जिंदगी संवरी है….बल्कि वो आत्मनिर्भर और स्वावलंबी भी बनी हैं..