पढ़ाई में अव्‍ल और बॉक्सिंग चैंपियन; फिर कैसे लॉरेंस से भी बड़ा गैंगस्टर बना अनमोल बिश्नोई?

लॉरेंस बिश्नोई के छोटे भाई अनमोल बिश्नोई की जिंदगी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है।

· 1 min read
पढ़ाई में अव्‍ल और बॉक्सिंग चैंपियन; फिर कैसे लॉरेंस से भी बड़ा गैंगस्टर बना अनमोल बिश्नोई?
लॉरेंस बिश्नोई का भाई अनमोल बिश्नोई

लॉरेंस बिश्नोई के छोटे भाई अनमोल बिश्नोई की जिंदगी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। राजस्थान के माउंट आबू में अपनी प्राथमिक शिक्षा पूरी करने वाले अनमोल न केवल पढ़ाई में अव्‍ल था, बल्कि बॉक्सिंग में भी चैंपियन था। लेकिन बड़े भाई लॉरेंस का प्रभाव उसे अपराध की दुनिया में खींच लाया, और कुछ ही समय में उसने गैंगस्टर बनने की राह पर कदम रख दिया। आज, नौ साल की बादशाहत के बाद, अनमोल को अमेरिका में गिरफ्तार किया गया है, और उसे भारत लाने के लिए कानूनी प्रक्रिया चल रही है।

अनमोल बिश्नोई को लॉरेंस बिश्नोई के गैंग में "छोटे गुरुजी" और "छोटे डॉन" के नाम से जाना जाता है। कहा जाता है कि वह अपने बड़े भाई से भी अधिक खतरनाक और निर्दयी है, और यह भी दावा किया जाता है कि अनमोल की वजह से ही लॉरेंस का गैंग इतनी बड़ी ताकत बना। अनमोल के बारे में जितनी बातें सामने आ रही हैं, उन्‍हें जानकर यह समझना आसान हो जाता है कि कैसे एक होशियार और प्रतिभाशाली लड़का अपराध की दुनिया में इतना बड़ा नाम बना गया।

माउंट आबू में बॉक्सिंग चैंपियन और स्‍कॉलर था अनमोल

अनमोल बिश्नोई ने अपनी शुरुआती शिक्षा राजस्थान के माउंट आबू में की, जहां वह बॉक्सिंग में चैंपियन था और पढ़ाई में भी अव्‍ल रहा। वह बचपन से ही काफी मेधावी था, लेकिन लॉरेंस के प्रभाव में आकर उसकी जिंदगी ने एक नया मोड़ लिया। लॉरेंस, जो कि उस समय चंडीगढ़ में पढ़ाई कर रहा था और छात्र राजनीति में सक्रिय था, धीरे-धीरे अपराध की दुनिया में घिरता चला गया। उसी दौरान, अनमोल ने भी अपनी पढ़ाई छोड़ दी और अपराध की दुनिया में कदम रखा।

गैंगस्‍टरी की राह पर

2012 में जब लॉरेंस बिश्नोई पहली बार जेल गया, तब उसकी गैंग को हरी झंडी मिल गई। उसने संपत नेहरा, गोल्डी बरार जैसी कुख्यात गैंगों के साथ गठजोड़ किया और अपराध की दुनिया में अपनी पकड़ मजबूत की। वहीं, अनमोल बिश्नोई ने माउंट आबू में अपनी पढ़ाई छोड़ दी और बॉक्सिंग की दुनिया से अपराध की दुनिया में कदम रखा। इस दौरान उसने सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग जैसी कई वारदातों को अंजाम दिया।

लॉरेंस के जेल जाने के बाद गैंग की कमान

लॉरेंस बिश्नोई के जेल जाने के बाद से अनमोल बिश्नोई ने गैंग की कमान संभाल ली। वह 2015 से गैंग की कमान संभाल रहा है और कनाडा में बैठकर भारत, अमेरिका, अजरबैजान, यूएई, पुर्तगाल, केन्या और मेक्सिको जैसे देशों में 700 से अधिक शूटरों से संपर्क कर रहा है। अनमोल का अपराधी नेटवर्क इतना बड़ा है कि वह इन देशों में रंगदारी वसूलता है और अपनी टीम के लिए शूटरों को तैयार करता है।

गुरुजी के कहे अनुसार ही चलता है अनमोल

गैंग के अंदर अनमोल की स्थिति बेहद खास है। वह अपनी टीम में अक्सर बहस करता है, लेकिन जैसे ही लॉरेंस की बात आती है, वह तुरंत चुप हो जाता है। अनमोल का मानना है कि जो भी लॉरेंस कहे, वही सही है। सिद्धू मूसेवाला की हत्या से लेकर अन्य कुख्यात अपराधों तक, हर मामले में अनमोल ने लॉरेंस के इशारे पर काम किया है। उदाहरण के लिए, सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद, यह अनमोल ही था जिसने हत्या की साजिश रची और वारदात को अंजाम दिया।

शूटर्स पर खर्च करता है मोटी रकम

अनमोल बिश्नोई अपनी गैंग को चलाने के लिए बड़े पैमाने पर पैसे खर्च करता है। वह रंगदारी वसूलने से जो भी पैसा कमाता है, उसे अपने शूटरों पर खर्च कर देता है। यह अनमोल की बढ़ती ताकत का ही परिणाम है कि पिछले साल एनआईए ने उसके खिलाफ 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया और उसकी गिरफ्तारी के लिए रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया। अब उसी नोटिस के तहत अनमोल को अमेरिका में गिरफ्तार किया गया है और उसे भारत लाने के प्रयास तेज हो गए हैं।

गैंग की ताकत और अपराधों का फैलाव

अनमोल बिश्नोई के बारे में यह भी कहा जाता है कि वह केवल भारत ही नहीं, बल्कि कई अन्य देशों में भी अपने गैंग की ताकत का प्रदर्शन करता है। 700 से अधिक शूटरों के साथ उसका नेटवर्क अपराध की दुनिया में एक खौफ का पर्याय बन चुका है। यह गैंग न केवल अपराधों को अंजाम देता है, बल्कि दुनिया भर में अपनी पकड़ बनाए हुए है। अनमोल का अपराधी चेहरा और उसकी पहचान अब पूरी दुनिया में एक खौफ के रूप में फैल चुकी है।

अब जब अनमोल बिश्नोई गिरफ्तार हो चुका है, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि उसे भारत लाने के बाद उसका क्या होगा और इस गैंग के खिलाफ सरकार की क्या कार्रवाई होती है।