राजस्थान में 9 दिसंबर 2024 से शुरू होने जा रहे ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट से पहले पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बड़ा बयान दिया है। गहलोत ने बाड़मेर रिफाइनरी से जुड़े लंबित कार्यों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है।
गहलोत ने पीएम से की बाड़मेर रिफाइनरी पर कार्रवाई की मांग
अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री मोदी से निवेदन करते हुए कहा कि राजस्थान के हित में पीएमओ को निर्देशित कर बाड़मेर रिफाइनरी के लिए सभी जरूरी अनुमतियां तुरंत जारी की जाएं। उन्होंने यह भी आग्रह किया कि पेट्रोलियम केमिकल्स एंड पेट्रो-इन्वेस्टमेंट रीजन (PC-PIR) के काम को जल्द से जल्द शुरू करवाया जाए। गहलोत ने बताया कि बाड़मेर से जोधपुर के बीच PC-PIR के तहत कई उद्योगों की स्थापना होनी थी, जिससे लगभग 1.5 लाख लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद थी।
गहलोत ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के आने के बाद इस परियोजना का काम पूरी तरह से ठप हो गया है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा अनुमतियों में देरी के कारण रिफाइनरी के बाय-प्रॉडक्ट्स की प्रोसेसिंग दूसरे राज्यों में की जाएगी, जिससे राजस्थान के युवाओं को बड़े अवसर गंवाने पड़ेंगे।
बाड़मेर रिफाइनरी का इतिहास और चुनौतियां
गहलोत ने बाड़मेर रिफाइनरी के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के कार्यकाल में रिफाइनरी का काम पांच साल तक रुका रहा। इसके परिणामस्वरूप परियोजना की लागत 40,000 करोड़ रुपये से लगभग दोगुनी हो गई और राज्य पर अनावश्यक वित्तीय भार पड़ा। गहलोत ने चेतावनी दी कि अगर PC-PIR का काम जल्द शुरू नहीं हुआ, तो इससे राजस्थान में उद्योगों की स्थापना में देरी होगी और राज्य के युवाओं को रोजगार के अवसर गंवाने पड़ सकते हैं।
9 दिसंबर को होगा ‘राइजिंग राजस्थान’ का आगाज
जयपुर में 9 दिसंबर 2024 से ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री कई निवेशकों, उद्यमियों और प्रतिनिधियों को संबोधित करेंगे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, केंद्रीय और राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य, 5000 से अधिक निवेशक और व्यापार जगत के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे।
इसके अलावा प्रधानमंत्री राजस्थान ग्लोबल बिजनेस एक्सपो का भी उद्घाटन करेंगे। इस समिट के जरिए राज्य सरकार का उद्देश्य निवेश आकर्षित करना और राजस्थान को विकास के पथ पर आगे बढ़ाना है।
राजस्थान के विकास के लिए क्या हैं उम्मीदें?
‘राइजिंग राजस्थान’ समिट से राज्य सरकार को उम्मीद है कि यह आयोजन राज्य में निवेश की नई संभावनाओं को जन्म देगा। बाड़मेर रिफाइनरी और PC-PIR जैसी परियोजनाएं इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।
मुख्य बातें:
- अशोक गहलोत ने बाड़मेर रिफाइनरी के काम में देरी पर चिंता जताई।
- PC-PIR परियोजना से 1.5 लाख रोजगार सृजन की उम्मीद थी।
- भाजपा सरकार पर काम रोकने का आरोप लगाया।
- 9 दिसंबर से राइजिंग राजस्थान समिट का उद्घाटन प्रधानमंत्री करेंगे।