राजस्थान के अलवर जिले के कोटपूतली बहरोड़ औद्योगिक क्षेत्र में स्थित एक प्लास्टिक पाइप फैक्ट्री में भीषण आग लगने की घटना सामने आई है। यह आग इतनी तेज थी कि फैक्ट्री पूरी तरह से आग की चपेट में आ गई, जिससे भारी नुकसान की आशंका जताई जा रही है। राहत की बात यह है कि इस घटना में अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
आग की घटना और प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन और दमकल विभाग ने तुरंत मौके पर पहुंचकर आग बुझाने के प्रयास शुरू किए। साथ ही, सुरक्षा के मद्देनज़र आसपास की फैक्ट्रियों और ग्रीन लैम कंपनी के करीब 40 फ्लैट्स को खाली करवा दिया गया। बताया जा रहा है कि जिस समय आग लगी, उस समय फैक्ट्री में श्रमिक काम कर रहे थे। गनीमत रही कि सभी श्रमिक सुरक्षित बाहर निकलने में सफल रहे।
घटना का विवरण
यह आग कोटपूतली बहरोड़ के बहरोड़ रिकों औद्योगिक क्षेत्र के फेज-2 में स्थित Ori प्लॉट कंपनी की फैक्ट्री में लगी। यह फैक्ट्री प्लास्टिक पाइप बनाने का काम करती है। आग इतनी भीषण थी कि कई किलोमीटर दूर तक फैक्ट्री से उठता काला धुआं साफ दिखाई दिया। दमकल की कई गाड़ियां मौके पर जुटी हुई हैं, लेकिन अब तक आग पर पूरी तरह से काबू नहीं पाया जा सका है।
आग का कारण और प्रभाव
आग लगने के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है। विशेषज्ञों का कहना है कि फैक्ट्री में ज्वलनशील पदार्थों की मौजूदगी के कारण आग तेजी से फैल गई। आसपास के लोगों में भय का माहौल है, क्योंकि फैक्ट्री की दीवार से सटे फ्लैट्स के निवासियों को भी सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।
स्थिति का आकलन
इस हादसे में फैक्ट्री को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। आग से हुए आर्थिक नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है, लेकिन अभी कोई सटीक जानकारी उपलब्ध नहीं है। प्रशासन और दमकल विभाग आग पर काबू पाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं।
एहतियाती कदम
इस घटना के बाद औद्योगिक क्षेत्र में अन्य फैक्ट्रियों को सतर्क रहने और सुरक्षा मानकों का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, दमकल विभाग ने आसपास के इलाकों में आग से जुड़े संभावित खतरों के प्रति जागरूकता बढ़ाने की योजना बनाई है।
निष्कर्ष:
यह हादसा औद्योगिक सुरक्षा के प्रति सतर्कता की आवश्यकता को रेखांकित करता है। प्रशासन और संबंधित विभाग स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। आग लगने के पीछे के कारणों की जांच जारी है।