हरियाणा विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सरकार गठन की तैयारी शुरू कर दी है। इस बार बीजेपी ने 90 विधानसभा सीटों में से 48 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि कांग्रेस 37 सीटों पर ही सिमट गई। वहीं, तीन निर्दलीय उम्मीदवारों ने नतीजों के बाद बीजेपी को समर्थन दे दिया, जिससे पार्टी की संख्या 51 हो गई। इसके साथ ही, 17 अक्टूबर को मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है।
इससे पहले, पार्टी के नेतृत्व ने विधायक दल का नेता चुनने के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को इस जिम्मेदारी सौंपी गई है। ये दोनों नेता हरियाणा में विधायक दल की बैठक में शामिल होकर नए नेता का चयन करेंगे।

हरियाणा में मोहन यादव का योगदान
डॉ. मोहन यादव ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में पार्टी के लिए चुनाव प्रचार भी किया था। उन्होंने विशेष रूप से अहीरवाल बेल्ट में पार्टी के उम्मीदवारों के लिए रोड शो और जनसभाएं कीं। यादव ने तोशाम, बवानी खेड़ा, दादरी, झज्जर, और भिवानी जैसी महत्वपूर्ण सीटों पर प्रचार किया, जहां बीजेपी के चार उम्मीदवार विजयी रहे। पार्टी ने मोहन यादव की चुनाव प्रचार में अहम भूमिका को सराहा और अब उन्हें विधायक दल के नेता के चयन में मार्गदर्शन के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।
जम्मू-कश्मीर में भी पर्यवेक्षकों की नियुक्ति
हरियाणा के साथ ही जम्मू-कश्मीर में भी बीजेपी ने विधायक दल का नेता चुनने के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी और तरुण चुग को जम्मू-कश्मीर के लिए पर्यवेक्षक बनाया गया है। अनुच्छेद 370 हटने के बाद यह जम्मू-कश्मीर में पहला विधानसभा चुनाव था, जिसमें बीजेपी ने 29 सीटों पर जीत दर्ज की। हालांकि, नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन ने सरकार बनाने में सफलता हासिल की।
जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों में बीजेपी दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने इस महत्वपूर्ण चुनावी परिणाम को ध्यान में रखते हुए प्रहलाद जोशी और तरुण चुग को जिम्मेदारी सौंपी है ताकि विधानसभा में सही नेतृत्व का चयन किया जा सके।
हरियाणा में बीजेपी की तीसरी बार सरकार
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुमान थे कि कांग्रेस इस बार सत्ता में वापसी कर सकती है, लेकिन चुनावी परिणाम उलट साबित हुए। बीजेपी ने तीसरी बार हरियाणा में सरकार बनाने की तैयारी कर ली है। पार्टी को 48 सीटों पर जीत मिली, जबकि कांग्रेस 37 सीटों पर रुक गई। तीन निर्दलीय उम्मीदवारों के समर्थन से बीजेपी की ताकत 51 तक पहुंच गई।
वहीं, इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) ने दो सीटों पर जीत दर्ज की है। अब पार्टी 17 अक्टूबर को मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण करेगी।
इस प्रकार, बीजेपी ने हरियाणा और जम्मू-कश्मीर दोनों राज्यों में नए नेतृत्व के चयन की प्रक्रिया को शुरू कर दिया है, जिसमें वरिष्ठ नेताओं को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ सौंपी गई हैं।