कांग्रेस का आरोप: 108 एंबुलेंस संचालन में फर्जीवाड़ा, मप्र में कई मामलों का खुलासा

कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में संचालित 108 संजीवनी एंबुलेंस सेवा में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा होने का आरोप लगाया है।

· 1 min read
कांग्रेस का आरोप: 108 एंबुलेंस संचालन में फर्जीवाड़ा, मप्र में कई मामलों का खुलासा
कांग्रेस का आरोप-108 एंबुलेंस संचालन में हो रहा फर्जीवाड़ा

कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में संचालित 108 संजीवनी एंबुलेंस सेवा में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा होने का आरोप लगाया है। कांग्रेस के सूचना का अधिकार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष पुनीत टंडन और मीडिया विभाग के चेयरमैन मुकेश नायक ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह दावा किया। उन्होंने कहा कि कई मामलों में एक ही नाम से कई गर्भवती महिलाओं को एंबुलेंस द्वारा अस्पताल ले जाने का रिकॉर्ड दिखाया गया है, जो साफ तौर पर गड़बड़ी की ओर इशारा करता है।

एक दिन में 5 'मीना' नाम की गर्भवती महिलाओं को दिखाया एंबुलेंस में

कांग्रेस के नेता पुनीत टंडन के मुताबिक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) से सूचना का अधिकार (RTI) के जरिए प्राप्त जानकारी में पता चला कि विदिशा जिले में 1 जनवरी 2023 को 'मीना' नाम की गर्भवती महिलाओं का रिकॉर्ड में बार-बार उल्लेख है। लेकिन उनके पूरे नाम या अन्य विवरण दर्ज नहीं किए गए। ऐसा सिर्फ एक जिले में ही नहीं, बल्कि प्रदेश भर में देखा गया है। विदिशा जिले में रोजाना 160 से 200 लोगों का रिकॉर्ड दर्ज किया गया, जिसमें 80% से ज्यादा गर्भवती महिलाएं दिखाई गई हैं।

छत्तीसगढ़ में पंजीकृत वाहन मप्र में चला रहे

कांग्रेस ने आरोप लगाया कि 2021 में एनएचएम ने जय अंबे इमरजेंसी सर्विसेज (JES) को एंबुलेंस सेवा संचालित करने का अनुबंध दिया था। लेकिन JES द्वारा छत्तीसगढ़ में पंजीकृत वाहनों को मध्य प्रदेश में चलाया जा रहा है, जिससे राज्य को करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है। एनएचएम द्वारा नियमों के अनुसार यह एंबुलेंसें मध्य प्रदेश में नहीं चलनी चाहिए थीं, लेकिन बिना अनुमति के यह कार्य किया गया। कांग्रेस का कहना है कि इस फर्जीवाड़े की अभी तक कोई जांच नहीं हुई है।

10 महीने में 325 करोड़ रुपये का भुगतान

कांग्रेस ने बताया कि 2023-24 के वित्तीय वर्ष के दौरान एनएचएम ने 10 महीने में JES को 325 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। जून 2023 में एंबुलेंस की 1.60 करोड़ किलोमीटर की रनिंग दिखाई गई, जिसके एवज में 30.50 करोड़ रुपये JES को दिए गए। इसी प्रकार, अक्टूबर, दिसंबर, और जनवरी 2024 में भी भारी रकम JES को दी गई, लेकिन इन भुगतान की पारदर्शिता पर सवाल उठ रहे हैं।

समाप्ति

कांग्रेस ने एनएचएम और JES के बीच हुए इस अनुबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़े का आरोप लगाते हुए इसे जांच का विषय बताया है।