कुंदरकी में बीजेपी का ऐतिहासिक परचम: 31 साल बाद मिली बड़ी जीत

उत्तर प्रदेश उपचुनाव में बीजेपी ने कुंदरकी विधानसभा सीट पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की है।

· 1 min read
कुंदरकी में बीजेपी का ऐतिहासिक परचम: 31 साल बाद मिली बड़ी जीत
रामवीर सिंह.

उत्तर प्रदेश उपचुनाव में बीजेपी ने कुंदरकी विधानसभा सीट पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। इस सीट पर बीजेपी के रामवीर सिंह ने समाजवादी पार्टी (सपा) के मोहम्मद रिजवान को भारी अंतर से हराया। 1 लाख 70 हजार 371 वोट हासिल करके रामवीर सिंह ने न सिर्फ जीत दर्ज की बल्कि 31 साल का सूखा भी समाप्त कर दिया।

कुंदरकी में बीजेपी का शानदार प्रदर्शन

कुंदरकी सीट मुस्लिम बहुल क्षेत्र है और यहां रामवीर सिंह के सामने 11 अन्य उम्मीदवार थे, जो सभी मुस्लिम समुदाय से थे। बीजेपी ने इस क्षेत्र में प्रभावशाली जीत हासिल की। रामवीर सिंह ने सपा प्रत्याशी मोहम्मद रिजवान को 1 लाख 44 हजार 791 वोटों के भारी अंतर से हराया।

  • बीजेपी को मिले वोट: 1,70,371
  • सपा को मिले वोट: 25,580
  • अंतर: 1,44,791

बीजेपी की इस जीत ने 1993 के बाद पहली बार कुंदरकी सीट पर भगवा लहराया।

अन्य दलों और उम्मीदवारों का हाल

कुंदरकी सीट पर कुल 12 उम्मीदवार थे। इनमें से 6 निर्दलीय थे। दिलचस्प बात यह रही कि इनमें से अधिकांश उम्मीदवार नोटा से भी कम वोट हासिल कर सके। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) तो किसी तरह 1,000 वोट का आंकड़ा ही छू पाई।

  • निर्दलीयों में से 5 को नोटा से कम वोट मिले।
  • बसपा ने लगभग 1,000 वोट हासिल किए।
  • मुस्लिम बहुल सीट पर बीजेपी का प्रदर्शन अद्वितीय रहा।

रामवीर सिंह की रणनीति और मेहनत

इस जीत के पीछे रामवीर सिंह की मेहनत और कुशल रणनीति का बड़ा योगदान रहा। उन्होंने अपनी चुनावी रणनीति को क्षेत्र के सामाजिक ताने-बाने के अनुसार तैयार किया।

  • ‘जैसा देश वैसा भेष’ की रणनीति:
    मुस्लिम बहुल इलाके में प्रचार के दौरान रामवीर सिंह ने जालीदार टोपी पहनकर लोगों से जुड़ने की कोशिश की। उन्होंने घर-घर जाकर लोगों से संपर्क किया और यह संदेश दिया कि वह भी उनके जैसे ही हैं।
  • दिन-रात मेहनत कर उन्होंने जनता का विश्वास जीतने का हर संभव प्रयास किया।

बीजेपी के लिए बड़ी उपलब्धि

बीजेपी ने इस उपचुनाव में कुल 9 में से 7 सीटें जीती हैं। इनमें 6 पर बीजेपी ने खुद जीत दर्ज की, जबकि एक सीट उसकी सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) ने जीती। समाजवादी पार्टी केवल 2 सीटें जीतने में कामयाब रही।

कुंदरकी में ऐतिहासिक जीत के मायने

कुंदरकी सीट पर बीजेपी की जीत कई मायनों में खास है। यह जीत न केवल पार्टी के लिए उत्साहजनक है बल्कि आगामी चुनावों के लिए एक मजबूत संकेत भी है। मुस्लिम बहुल क्षेत्र में बीजेपी का यह प्रदर्शन पार्टी की बदली हुई रणनीति और जमीनी पकड़ को दर्शाता है।