महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का माहौल बन चुका है, लेकिन राज्य में सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन (BJP, शिवसेना - शिंदे गुट और NCP - अजित पवार गुट) के भीतर सीटों के बंटवारे पर अब भी गहन मंथन चल रहा है। मुंबई से लेकर दिल्ली तक, महायुति के नेताओं के बीच इस मुद्दे को सुलझाने के प्रयास जारी हैं। इस सिलसिले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार आज दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे, जिसमें सीटों के अंतिम बंटवारे को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा होगी।
दिल्ली में महायुति की अहम बैठक
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे आज दोपहर दिल्ली पहुंचने वाले हैं। उनके साथ पहले से ही दिल्ली में मौजूद दोनों डिप्टी सीएम, देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार भी बैठक में शामिल होंगे। इस बैठक में राज्य की उन विधानसभा सीटों पर चर्चा होगी, जहां तीनों सहयोगी दलों— बीजेपी, शिवसेना (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजित पवार)—के उम्मीदवारों के बीच संघर्ष की स्थिति है। कई विधानसभा क्षेत्रों में सभी दल अपनी-अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं, जिससे सीट बंटवारे का मामला और उलझ गया है। बैठक का मुख्य उद्देश्य इन विवादित सीटों पर सहमति बनाना है।
सीटों पर दावेदारी का पेच
महाराष्ट्र के आष्टी विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो वहां एनसीपी (अजित पवार गुट) के मौजूदा विधायक बालासाहेब आसबे हैं, लेकिन बीजेपी के नेता सुरेश धस इस सीट से चुनाव लड़ने की मंशा रखते हैं। इसी तरह, तासगांव सीट पर भी टकराव की स्थिति बनी हुई है। यहां बीजेपी पूर्व सांसद संजय काका के बेटे को चुनाव लड़ाना चाहती है, जबकि अजित पवार अपनी पार्टी के किसी उम्मीदवार को इस सीट से उतारने की योजना बना रहे हैं। इसके अलावा, यहां शरद पवार गुट के रोहित पाटील भी अपनी दावेदारी ठोक सकते हैं। इन सभी मुद्दों को आज होने वाली बैठक में हल करने की कोशिश की जाएगी।
अब तक 106 सीटों पर बंटवारा अधूरा
महाराष्ट्र विधानसभा की कुल 288 सीटों में से अब तक महायुति गठबंधन ने 182 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है। इनमें से बीजेपी ने 99 सीटों पर, शिंदे गुट की शिवसेना ने 45 सीटों पर और अजित पवार गुट की एनसीपी ने 38 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है। हालांकि, 106 सीटों पर अभी भी उम्मीदवारों के नाम तय नहीं हुए हैं और इन्हीं सीटों पर बातचीत के लिए दिल्ली में बैठक आयोजित की जा रही है।
महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति
महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों पर आगामी 20 नवंबर को चुनाव होने जा रहे हैं और 23 नवंबर को नतीजों की घोषणा की जाएगी। पिछली बार के विधानसभा चुनाव (2019) में बीजेपी को सबसे ज्यादा 105 सीटें मिली थीं। शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) को 56 सीटें, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटों पर जीत मिली थी। हालांकि, चुनाव के बाद शिवसेना ने एनडीए गठबंधन से अलग होकर एनसीपी और कांग्रेस के साथ सरकार बनाई थी, और उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने थे।
शिवसेना और एनसीपी में दरार
जून 2022 में शिवसेना में आंतरिक कलह के बाद एकनाथ शिंदे ने बगावत कर दी और पार्टी के 40 विधायकों को अपने साथ ले गए। बीजेपी के समर्थन से एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने। इस घटना के बाद शिवसेना दो गुटों में बंट गई, एक उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में और दूसरा एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में। इसी तरह, शरद पवार की एनसीपी भी दो गुटों में बंट चुकी है— एक शरद पवार के नेतृत्व में और दूसरा अजित पवार के नेतृत्व में।
निष्कर्ष
महाराष्ट्र के आगामी विधानसभा चुनावों से पहले महायुति के भीतर सीट बंटवारे का मुद्दा एक महत्वपूर्ण चुनौती बना हुआ है। दिल्ली में होने वाली बैठक के परिणाम पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं, क्योंकि यह बैठक महायुति के भीतर जारी तनाव को खत्म कर सकती है। चुनाव 20 नवंबर को होंगे और नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे, ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि महायुति किस तरह से अपने आंतरिक मतभेदों को सुलझा कर आगे बढ़ती है।