सतना के एक वेयरहाउस में तेंदूपत्ते का इंश्योरेंस क्लेम लेकर करोड़ों की हेराफेरी का मामला सामने आया है। CBI जबलपुर ने बीमा कंपनी और कई फर्मों के अधिकारियों के खिलाफ जांच करते हुए 14 लोगों पर FIR दर्ज की है। आरोप है कि इन लोगों ने एक फर्जी आगजनी की घटना का सहारा लेकर 4 करोड़ रुपए का इंश्योरेंस क्लेम लिया।
घटना का विवरण
13-14 जून 2022 को सतना के अहिरगांव स्थित वेयरहाउस में शॉर्ट सर्किट से आग लगने की सूचना दी गई थी। वेयरहाउस में रखा तेंदूपत्ता पूरी तरह जल जाने का दावा किया गया, जिसके आधार पर इंश्योरेंस क्लेम लिया गया। जांच में खुलासा हुआ कि जिस वेयरहाउस में आगजनी की घटना बताई गई, वहां बिजली का कनेक्शन ही नहीं था। इससे शॉर्ट सर्किट से आग लगने की बात पूरी तरह गलत पाई गई।
कैसे हुआ घोटाला
ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी के रीजनल मैनेजर लाल सिंह कन्नौज ने 4 मई 2024 को शिकायत दर्ज करवाई, जिसमें उन्होंने बताया कि सतना की 7 फर्मों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 4 करोड़ रुपए का बीमा क्लेम किया। इस घोटाले में बीमा कंपनी के कुछ अधिकारी, इंश्योरेंस एजेंट, सर्वेयर, और इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर की मिलीभगत भी सामने आई है।
CBI की प्रारंभिक जांच में पाया गया कि 7 फर्मों ने गलत तरीके से इंश्योरेंस कंपनी से 4 करोड़ रुपए का क्लेम हासिल किया। इसमें वेयरहाउस मालिक, बीमा कंपनी के अफसर, सर्वेयर और अन्य लोग शामिल थे। FIR दर्ज होने के बाद मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है।
इन पर दर्ज हुआ केस
CBI ने बीमा कंपनी के अधिकारियों और फर्मों के मालिकों समेत 14 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। इनमें शामिल हैं:
- विजय कुमार मोंगिया, डेवलपमेंट ऑफिसर, ओरिएंटल इंडिया इंश्योरेंस
- आरसी परतेती, डिवीजनल मैनेजर, ओरिएंटल इंडिया इंश्योरेंस
- श्रीचंद अग्रवाल, इंश्योरेंस एजेंट
- सुनील गर्ग, सर्वेयर
- ब्रजेश कुमार यादव, इन्वेस्टिगेटर
- चंद्रबली दाहिया, शान ट्रेडिंग कंपनी
- सुनील कुमार पांडेय, एसके तेंदू लीव्स
- अनिल कुमार पांडेय, मेसर्स अनिल कुमार पांडेय
- साजन वर्मा, एसवी ट्रेडिंग कंपनी
- प्रशांत पांडेय, विंध्याचल इंटरप्राइजेस
- दीपक कुमार पांडेय, डीके ट्रेडिंग कंपनी
- रामानंद द्विवेदी, आरएन ट्रेडिंग कंपनी
- फक्कड़ चमरकार
- पीसी ट्रेडिंग कंपनी
CBI अब इस मामले की विस्तृत जांच कर रही है ताकि घोटाले के पीछे के सभी तथ्य और जुड़े लोगों की भूमिका का पूरी तरह खुलासा हो सके।