हरियाणा चुनाव 2024: कांग्रेस करेगी हार की गहराई से जांच, अशोक गहलोत ने EVM पर उठाए सवाल

राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने EVM पर उठाए सवाल

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हरियाणा चुनाव 2024: कांग्रेस करेगी हार की गहराई से जांच, अशोक गहलोत ने EVM पर उठाए सवाल
अशोक गहलोत

Haryana Election Result 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव परिणामों के बाद कांग्रेस के अंदर हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को उम्मीद थी कि इस बार हरियाणा में कांग्रेस सरकार बनाएगी। एग्जिट पोल्स ने भी कांग्रेस को बढ़त दी थी, लेकिन चुनाव नतीजे इस उम्मीद पर पानी फेर गए। इसी को लेकर दिल्ली में एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें पार्टी नेताओं ने हार के कारणों पर गहन मंथन किया।

बैठक के बाद अशोक गहलोत ने बयान दिया कि चुनाव परिणाम को बहुत गंभीरता से लिया जा रहा है और इसके कारणों की गहराई तक जांच की जाएगी।

गहलोत ने उठाए EVM पर सवाल

राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने चुनाव परिणामों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "मीडिया और जनता दोनों का मानना था कि इस बार कांग्रेस की सरकार बनेगी। इसके बावजूद नतीजे इसके उलट क्यों आए, इसे लेकर गंभीर बैठक हुई है। कारणों की तह तक जाना बहुत जरूरी है।"

गहलोत ने यह भी बताया कि पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों के मन में EVM को लेकर भी कई आशंकाएं हैं, जिन्हें ध्यान में रखते हुए पार्टी ने चुनाव आयोग से मुलाकात की और अपनी चिंताओं को दूर करने की मांग की। चुनाव आयोग को एक लिखित ज्ञापन भी सौंपा गया है।

कांग्रेस की हार पर मंथन और बागियों की भूमिका

सूत्रों के अनुसार, हरियाणा चुनाव परिणामों के बाद हुई इस पहली समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिया गया कि कांग्रेस पार्टी इन नतीजों को स्वीकार नहीं करेगी। सर्वे रिपोर्ट्स और ग्राउंड रिपोर्ट्स ने कांग्रेस की जीत का अनुमान लगाया था, इसके बावजूद हार क्यों हुई, इस पर गहराई से विचार किया जाएगा।

बैठक में अजय माकन ने सीट वाइज डाटा प्रस्तुत कर यह बताया कि पार्टी कहां-कहां किस कारण से हारी। कांग्रेस बागियों की चुनाव में भागीदारी को हार का एक मुख्य कारण बताया गया। माकन ने कहा कि पार्टी कुछ सीटों पर अपने ही बागी उम्मीदवारों के कारण हारी, जो कांग्रेस से अलग होकर चुनाव लड़े थे।

फैक्ट-फाइंडिंग कमिटी का गठन

बैठक में यह तय किया गया कि कांग्रेस जल्द ही एक फैक्ट-फाइंडिंग कमिटी का गठन करेगी, जो सभी प्रत्याशियों से बातचीत कर रिपोर्ट तैयार करेगी। इस रिपोर्ट को कांग्रेस अध्यक्ष को सौंपा जाएगा और उसके बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

निष्कर्ष: कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली हार को गंभीरता से लिया है और इसके पीछे के कारणों की जांच के लिए पूरी तैयारी कर ली है।