अयोध्या से सीतामढ़ी तक रेलवे लाइन का दोहरीकरण: सीएम नीतीश ने जताया प्रधानमंत्री मोदी का आभार

बिहार को एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की सौगात मिली है। केंद्र सरकार ने अयोध्या से मां सीता की जन्मस्थली, सीतामढ़ी (पुनौरा धाम), तक रेलवे लाइन के दोहरीकरण की घोषणा की है।

· 1 min read
अयोध्या से सीतामढ़ी तक रेलवे लाइन का दोहरीकरण: सीएम नीतीश ने जताया प्रधानमंत्री मोदी का आभार
नीतीश कुमार और पीएम मोदी.

बिहार को एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की सौगात मिली है। केंद्र सरकार ने अयोध्या से मां सीता की जन्मस्थली, सीतामढ़ी (पुनौरा धाम), तक रेलवे लाइन के दोहरीकरण की घोषणा की है। इस परियोजना से न केवल बिहार बल्कि उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा और पूर्वोत्तर भारत तक की कनेक्टिविटी को भी बढ़ावा मिलेगा। यह खबर बिहारवासियों के लिए खास है, क्योंकि इससे धार्मिक पर्यटन को भी बल मिलेगा, विशेषकर अयोध्या और पुनौरा धाम के श्रद्धालुओं के लिए यात्रा और भी सुविधाजनक हो जाएगी।

केंद्र सरकार की परियोजना और लागत
इस महत्वपूर्ण रेलवे परियोजना की कुल लागत 4,553 करोड़ रुपये आंकी गई है। इसके तहत लगभग 256 किलोमीटर लंबी रेल लाइन का दोहरीकरण किया जाएगा। केंद्र सरकार द्वारा यह फैसला कैबिनेट की बैठक में लिया गया, जिसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सराहा। यह रेलमार्ग नरकटियागंज, रक्सौल, सीतामढ़ी होते हुए दरभंगा तक विस्तारित होगा। साथ ही, सीतामढ़ी और मुजफ्फरपुर के बीच मल्टी-ट्रैकिंग सुविधा भी विकसित की जाएगी, जिससे रेलवे सेवा और भी बेहतर हो जाएगी।

नीतीश कुमार का प्रधानमंत्री को धन्यवाद
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस बड़े निर्णय के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि 22 सितंबर 2024 को उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर सीतामढ़ी के पुनौरा धाम को बेहतर रेल संपर्क से जोड़ने का अनुरोध किया था। इस अनुरोध को स्वीकारते हुए प्रधानमंत्री ने अयोध्या से सीतामढ़ी तक रेलवे लाइन के दोहरीकरण की योजना पर मुहर लगा दी।

मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि इस परियोजना के पूरा होने से न केवल श्रद्धालुओं को सुविधा होगी, बल्कि इससे बिहार और उत्तर प्रदेश के बीच का रेल संपर्क भी और मजबूत होगा। इसके साथ ही, यह रेलमार्ग पूर्वोत्तर भारत के लिए एक वैकल्पिक मार्ग के रूप में कार्य करेगा, जो राज्य की कनेक्टिविटी और विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा।

कनेक्टिविटी को मिलेगा बढ़ावा
इस रेलवे लाइन के दोहरीकरण से न केवल धार्मिक स्थल पुनौरा धाम और अयोध्या के बीच यात्रा आसान होगी, बल्कि यह यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा और पूर्वोत्तर भारत के बीच यातायात को भी सुगम बनाएगा। दरअसल, पूर्वोत्तर भारत के लिए यह एक नया वैकल्पिक मार्ग होगा, जिससे इस क्षेत्र के विकास की गति और तेज हो सकेगी।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार का यह कदम बिहार के विकास की दिशा में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।