प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पश्चिम अफ्रीकी देश नाइजीरिया की पहली ऐतिहासिक यात्रा के दौरान उनका जोरदार स्वागत किया गया। नाइजीरिया की राजधानी अबुजा पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी का भव्य स्वागत हुआ और वहां की सरकार ने उन्हें सम्मान स्वरूप शहर की प्रतीकात्मक 'चाबी' भेंट की। इस चाबी को नाइजीरिया की जनता द्वारा प्रधानमंत्री मोदी के प्रति गहरे सम्मान और विश्वास का प्रतीक माना जा रहा है।
नाइजीरिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'द ग्रांड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द नाइजर'
नाइजीरिया की सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'द ग्रांड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द नाइजर' से सम्मानित करने की घोषणा की है। यह सम्मान पहले केवल ब्रिटेन की पूर्व महारानी क्वीन एलिजाबेथ को ही दिया गया था। प्रधानमंत्री मोदी 17वें ऐसे विदेशी नेता हैं जिन्हें यह सम्मान मिला है। यह सम्मान दोनों देशों के बीच आपसी विश्वास और गहरे संबंधों को प्रकट करता है।
भारत-नाइजीरिया व्यापार संबंध: ऊर्जा और निवेश के क्षेत्र में गहरी साझेदारी
नाइजीरिया, चीन और नीदरलैंड के बाद भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध दशकों पुराने हैं, जो ऊर्जा, खनन, फार्मास्यूटिकल्स और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे अहम क्षेत्रों में केंद्रित हैं। नाइजीरिया में भारत की करीब 150 कंपनियां कार्यरत हैं जिनका संयुक्त निवेश लगभग 27 अरब डॉलर का है। भारत की ऊर्जा जरूरतों की पूर्ति में नाइजीरिया का महत्वपूर्ण योगदान है, क्योंकि नाइजीरिया में तेल और गैस के विशाल भंडार हैं।
भारतीय समुदाय की उपस्थिति और सांस्कृतिक जुड़ाव
नाइजीरिया में बसे भारतीय समुदाय, खासकर गुजराती और सिंधी परिवारों ने दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक पुल का काम किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने एक सोशल मीडिया पोस्ट में मराठी समुदाय द्वारा मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिए जाने पर खुशी जताने की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह सराहनीय है कि नाइजीरिया में बसे भारतीय अपनी संस्कृति और जड़ों से जुड़े हुए हैं।
राष्ट्रपति टीनूबू के साथ द्विपक्षीय वार्ता
प्रधानमंत्री मोदी और नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला टीनूबू के बीच रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से द्विपक्षीय वार्ता हुई। नाइजीरिया के राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया पर मोदी का स्वागत करते हुए कहा, "प्रधानमंत्री मोदी, नाइजीरिया में आपका स्वागत है। हमारी द्विपक्षीय चर्चा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करना है।"
प्रधानमंत्री मोदी ने भी अपने संदेश में लिखा, "धन्यवाद, राष्ट्रपति टीनूबू। नाइजीरिया पहुंचने पर मिले गर्मजोशी से भरे स्वागत के लिए आभारी हूं। मुझे विश्वास है कि यह यात्रा हमारे देशों के बीच मित्रता को और गहरा बनाएगी।"
ब्राजील और गुयाना की यात्रा
नाइजीरिया के दौरे के बाद प्रधानमंत्री मोदी ब्राजील के लिए रवाना होंगे, जहां वह 18-19 नवंबर को रियो डी जेनेरियो में आयोजित 19वें जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। इस शिखर सम्मेलन में वे ट्रोइका सदस्य के रूप में भाग लेंगे। इस बैठक में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन समेत कई वैश्विक नेता शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा गुयाना तक भी फैलेगी, जहां वे राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली के निमंत्रण पर 19 से 21 नवंबर तक दौरा करेंगे। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की 50 वर्षों में पहली गुयाना यात्रा होगी।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री मोदी की नाइजीरिया, ब्राजील और गुयाना की यात्रा न केवल भारत के कूटनीतिक और व्यापारिक संबंधों को मजबूत करेगी बल्कि अफ्रीका, लैटिन अमेरिका और कैरेबियन देशों के साथ भारत के रणनीतिक साझेदारी में एक नई दिशा प्रदान करेगी। यह यात्रा दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग को और विस्तार देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।