प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डोमिनिका का सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार, "डोमिनिका अवार्ड ऑफ ऑनर" प्रदान किया गया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डोमिनिका के सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान "डोमिनिका अवार्ड ऑफ ऑनर" से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार उन्हें कोविड-19 महामारी के दौरान उनके असाधारण योगदान और भारत-डोमिनिका द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की उनकी कोशिशों के लिए दिया गया। यह सम्मान डोमिनिका की राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन ने गुयाना में आयोजित भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन के दौरान प्रदान किया।
पीएम मोदी का प्रतिक्रिया संदेश
पुरस्कार ग्रहण करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने इसे भारत के 140 करोड़ नागरिकों को समर्पित किया। उन्होंने कहा,
"डोमिनिका द्वारा सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित होना मेरे लिए गर्व की बात है। मैं इसे भारत की जनता को समर्पित करता हूं। राष्ट्रपति बर्टन, आपने व्यक्तिगत रूप से गुयाना आकर मुझे यह सम्मान दिया, इसके लिए मैं आपका हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।"
प्रधानमंत्री ने भारत और डोमिनिका के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों पर जोर देते हुए कहा कि दोनों देश मजबूत लोकतांत्रिक परंपराओं का अनुसरण करते हैं। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत और डोमिनिका, दोनों ही महिला सशक्तिकरण के प्रतीक हैं। भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और डोमिनिका की राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन, दोनों ही अपने-अपने देशों की पहली आदिवासी और स्वदेशी महिला राष्ट्रपति हैं। पीएम मोदी ने इन दोनों को विश्व की महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बताया।
भारत-डोमिनिका संबंधों की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
प्रधानमंत्री ने भारत और डोमिनिका के बीच सदियों पुराने संबंधों की बात करते हुए कहा कि 19वीं शताब्दी में कई भारतीयों ने डोमिनिका को अपना घर बनाया। उनके प्रयासों और योगदान ने भारत और डोमिनिका के रिश्तों की नींव रखी। ये संबंध समय के साथ और भी सुदृढ़ हुए हैं।
विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया पर इस सम्मान की जानकारी साझा करते हुए कहा,
"डोमिनिका का यह सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार प्रधानमंत्री मोदी की कोविड महामारी के दौरान निभाई गई भूमिका और भारत-डोमिनिका संबंधों को मजबूत करने की उनकी प्रतिबद्धता का प्रतीक है।"
अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों की बढ़ती सूची
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डोमिनिका के साथ-साथ गुयाना और बारबाडोस के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कारों से भी सम्मानित किया जाएगा। गुयाना उन्हें "द ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस" प्रदान करेगा, जबकि बारबाडोस उनका सम्मान "ऑनरेरी ऑर्डर ऑफ फ्रीडम ऑफ बारबाडोस" से करेगा। इन सम्मानों के साथ प्रधानमंत्री मोदी को मिलने वाले अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों की संख्या 19 तक पहुंच जाएगी।
भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन: भविष्य की दिशा
गुयाना में आयोजित भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा,
"यह सम्मेलन कैरेबियाई देशों के साथ संबंधों को सुदृढ़ करने और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की हमारी साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है। हम मिलकर आने वाली पीढ़ियों के लिए उज्ज्वल भविष्य बनाने के लिए काम कर रहे हैं।"
इस सम्मान और शिखर सम्मेलन से स्पष्ट है कि भारत अपने अंतरराष्ट्रीय संबंधों को व्यापक स्तर पर मजबूत करने के लिए प्रयासरत है। यह न केवल भारत की वैश्विक पहचान को बढ़ाता है, बल्कि सहयोग और साझेदारी के नए अवसर भी पैदा करता है।