बाबा सिद्दीकी हत्याकांड: 10 लाख की सुपारी, मुख्य शूटर शिवकुमार समेत 5 गिरफ्तार, हत्या की साजिश का खुलासा

मुंबई में महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या के मुख्य आरोपी शिवकुमार उर्फ शिवा को एसटीएफ और मुंबई पुलिस ने रविवार को बहराइच के नानपारा से गिरफ्तार कर लिया।

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बाबा सिद्दीकी हत्याकांड: 10 लाख की सुपारी, मुख्य शूटर शिवकुमार समेत 5 गिरफ्तार, हत्या की साजिश का खुलासा
बाबा सिद्दीकी मर्डर केस

मुंबई में महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या के मुख्य आरोपी शिवकुमार उर्फ शिवा को एसटीएफ और मुंबई पुलिस ने रविवार को बहराइच के नानपारा से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि शिवकुमार ने ही बाबा सिद्दीकी पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थीं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी। इस मामले में उसके चार अन्य साथी भी गिरफ्तार हुए हैं। आइए जानते हैं इस हत्याकांड से जुड़े हर पहलू को विस्तार से।

हत्या की साजिश और 10 लाख की सुपारी का खुलासा

एडीजी (कानून-व्यवस्था) अमिताभ यश के अनुसार, मुख्य आरोपी शिवकुमार ने पूछताछ में कबूला कि उसे बाबा सिद्दीकी की हत्या के बदले 10 लाख रुपये दिए जाने का वादा किया गया था। इसके अलावा, हर महीने अतिरिक्त पैसे देने का भी आश्वासन मिला था। इस साजिश में उसके साथ महाराष्ट्र के शुभम लोनकर और जालंधर निवासी मोहम्मद यासीन अख्तर भी शामिल थे। शुभम लोनकर लारेंस बिश्नोई गैंग के लिए काम करता था और उसने शिवकुमार की कई बार अनमोल बिश्नोई से बात कराई थी।

शिवकुमार और उसके साथी पिछले कई दिनों से बाबा सिद्दीकी की रैकी कर रहे थे। 12 अक्तूबर की रात उन्हें सही मौका मिला, जब त्योहार की भीड़ के कारण माहौल अनुकूल था। इसी का फायदा उठाते हुए शिवकुमार ने अपने साथियों के साथ मिलकर बाबा सिद्दीकी पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी, जिससे उनकी मौत हो गई।

वारदात के बाद फरार होने की योजना

हत्या के बाद शिवकुमार ने मौके पर अपनी पिस्टल फेंक दी और भाग निकला। उसने बताया कि घटना के तुरंत बाद उसने अपना मोबाइल भी फेंक दिया, ताकि उसका ट्रैक न किया जा सके। शिवकुमार ने मुंबई से भागकर पूना, झांसी और लखनऊ होते हुए बहराइच का रुख किया। रास्ते में उसने अपने साथियों और हैंडलरों से संपर्क बनाए रखने के लिए अजनबी लोगों के मोबाइल का इस्तेमाल किया।

शिवकुमार ने पुलिस को बताया कि वारदात के बाद उनकी योजना जम्मू के कटरा में मुलाकात की थी, लेकिन दो अन्य शूटरों की गिरफ्तारी के कारण यह योजना असफल हो गई। इसके बाद वह नेपाल भाग गया, जहां उसने नेपालगंज की एक गोशाला में कुछ दिनों तक शरण ली।

मुंबई पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई

एसटीएफ के डिप्टी एसपी प्रमेश कुमार शुक्ला के नेतृत्व में एक विशेष टीम ने मुंबई पुलिस के साथ मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। शिवकुमार समेत पांचों आरोपियों को बहराइच के नानपारा इलाके में रोडवेज बस से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने उनके पास से कपड़े, मोबाइल फोन और अन्य सामान बरामद किया है।

गिरफ्तार किए गए अन्य आरोपियों में अनुराग कश्यप, ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी, आकाश श्रीवास्तव और अखिलेश प्रताप सिंह शामिल हैं। पुलिस ने सभी आरोपियों को नानपारा कोतवाली में दाखिल कराया, जहां से उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर मुंबई ले जाया जाएगा।

पांचों गिरफ्तार आरोपी 

कैसे रची गई थी हत्या की साजिश?

शिवकुमार ने खुलासा किया कि शुभम लोनकर ने उसे बाबा सिद्दीकी की लोकेशन, हथियार और आवश्यक सामग्री मुहैया कराई थी। वहीं, जालंधर निवासी यासीन अख्तर ने इस साजिश को अमलीजामा पहनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हत्या की योजना महीनों पहले बनाई गई थी और उसे पूरा करने के लिए शूटरों को नए सिम कार्ड और मोबाइल फोन भी दिए गए थे।

हत्या के बाद शिवकुमार की नेपाल भागने की योजना थी, लेकिन एसटीएफ को उसके ठिकाने की जानकारी मिल गई। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से वह नेपाल भागने में नाकाम रहा और पकड़ा गया।

निष्कर्ष

बाबा सिद्दीकी की हत्या का मामला एक सुनियोजित साजिश का नतीजा था, जिसमें कई बड़े नामों की संलिप्तता सामने आई है। एसटीएफ और मुंबई पुलिस की संयुक्त कार्रवाई से यह केस सुलझाया जा सका। पुलिस अब गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है, जिससे इस हत्याकांड से जुड़े और भी बड़े खुलासे होने की उम्मीद है।

इस मामले की विस्तृत जांच जारी है और पुलिस इस साजिश के पीछे के सभी पहलुओं को खंगाल रही है। फिलहाल, शिवकुमार समेत पांचों आरोपी पुलिस की हिरासत में हैं और उनसे गहन पूछताछ की जा रही है।