भाजपा के बूथ समिति चुनाव डिजिटल मोड पर, महिलाओं की भागीदारी अनिवार्य

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बूथ समितियों के चुनाव इस बार पूरी तरह डिजिटल मोड पर आयोजित किए जा रहे हैं।

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भाजपा के बूथ समिति चुनाव डिजिटल मोड पर, महिलाओं की भागीदारी अनिवार्य
भाजपा के बूथ समिति चुनाव डिजिटल मोड पर

उज्जैन। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बूथ समितियों के चुनाव इस बार पूरी तरह डिजिटल मोड पर आयोजित किए जा रहे हैं। यह प्रक्रिया न केवल पारदर्शिता को बढ़ावा दे रही है बल्कि पार्टी संगठन को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। खास बात यह है कि इन बूथ समितियों में महिलाओं की भागीदारी को अनिवार्य किया गया है, जिससे संगठन में महिलाओं की भूमिका और अधिक मजबूत होगी।

डिजिटल प्रक्रिया और संरचना

भाजपा ने बूथ समिति चुनाव की प्रक्रिया को पूरी तरह से डिजिटल कर दिया है। चुनाव की प्रक्रिया पूरी होने के तुरंत बाद बूथ अध्यक्ष और अन्य सदस्यों की जानकारी संगठन के एप पर दर्ज की जा रही है। हर बूथ समिति में कुल 12 सदस्य होंगे, जिनमें एक बूथ अध्यक्ष और तीन महिलाओं को शामिल किया जाएगा। समिति के अन्य प्रमुख पदों में शामिल हैं:

  1. बूथ मंत्री
  2. बीएलए-2 (सदस्य-1)
  3. लाभार्थी प्रमुख (सदस्य-2)
  4. मन की बात प्रमुख (सदस्य-3)
  5. व्हाट्सएप ग्रुप प्रमुख (सदस्य-4)

इसके अलावा, बूथ समिति के 5 सदस्य तकनीकी और सोशल मीडिया में दक्ष होंगे। इन सदस्यों को सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने और मोबाइल एवं एप के माध्यम से डेटा एंट्री करने में सक्षम होना जरूरी है।

संगठन पर्व सहयोगी की भूमिका

भाजपा ने बूथ समितियों के चुनाव संचालन के लिए विशेष अधिकारियों को नियुक्त किया है, जिन्हें संगठन पर्व सहयोगी नाम दिया गया है। ये सहयोगी शक्ति केंद्र स्तर पर चुनावी प्रक्रिया का संचालन करेंगे। संगठन पर्व सहयोगी प्रत्येक बूथ पर जाकर पार्टी की सदस्यता लेने वाले सदस्यों की बैठक आयोजित करेंगे और उन्हीं में से बूथ समितियों के लिए योग्य नामों का चयन करेंगे।

महिला भागीदारी का विशेष जोर

भाजपा ने बूथ समितियों में महिलाओं को शामिल करना अनिवार्य कर दिया है। हर बूथ समिति में तीन महिलाएं होंगी, जिससे संगठन में महिलाओं की सहभागिता और प्रतिनिधित्व सुनिश्चित होगा। यह कदम भाजपा की महिला सशक्तिकरण नीति को भी मजबूती देता है।

मंडल और जिला स्तर के चुनाव

भाजपा की योजना के अनुसार, बूथ समितियों का गठन नवंबर में पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद दिसंबर में मंडल और जिला अध्यक्षों के चुनाव आयोजित किए जाएंगे। इन चुनावों से पहले, पार्टी सदस्यता अभियान में बेहतर प्रदर्शन करने वाले अध्यक्षों और कार्यकर्ताओं की सूची तैयार कर रही है।

  • सदस्यता अभियान में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले पदाधिकारियों को अगले स्तर पर प्रमोशन का मौका दिया जाएगा।
  • शक्ति केंद्र स्तर पर बेहतर काम करने वाले कार्यकर्ताओं को मंडल स्तर पर, और मंडल में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को जिला स्तर की टीम में शामिल किया जा सकता है।

भविष्य के लिए रणनीति

भाजपा का यह कदम न केवल संगठन को अधिक सशक्त बनाएगा बल्कि तकनीक के उपयोग और महिला भागीदारी को भी बढ़ावा देगा। इसके साथ ही, इस प्रक्रिया से संगठन में युवा और तकनीकी दक्ष कार्यकर्ताओं को शामिल करने का अवसर मिलेगा।

इस नई पहल से भाजपा ने दिखा दिया है कि वह न केवल परंपरागत संगठनात्मक ढांचे को बनाए रख रही है, बल्कि नए जमाने के तरीकों को अपनाकर अपनी जड़ों को और मजबूत कर रही है।