हरियाणा में 2024 के विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के बीच गठबंधन की अटकलें तेज हो रही हैं। जहां कांग्रेस ने अपने पहले 31 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है, वहीं AAP ने कहा है कि वह भी अगले एक-दो दिन में अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर सकती है। शनिवार को AAP की प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने बताया कि कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर बातचीत जारी है, लेकिन फिलहाल कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा जा सकता है।

प्रियंका कक्कड़ ने कहा, "बातचीत हो रही है। फिलहाल कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। AAP हरियाणा में लगातार काम कर रही है और हमारी संगठनात्मक स्थिति मजबूत है। हम सभी 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।"
शुक्रवार को कांग्रेस ने अपने 31 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा को गढ़ी सांपला-किलोई सीट से और पहलवान विनेश फोगाट को जुलाना सीट से उतारा गया है।
AAP-कांग्रेस गठबंधन में बाधाएं
हरियाणा चुनाव के लिए कांग्रेस की पहली सूची के जारी होने से पहले ही AAP-कांग्रेस गठबंधन को लेकर अटकलें तेज थीं। दोनों पार्टियां राष्ट्रीय स्तर पर इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं, लेकिन सीट बंटवारे को लेकर दोनों दलों में मतभेद की खबरें आ रही हैं। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस हरियाणा में AAP को ज्यादा सीटें देने के लिए तैयार नहीं है।
#WATCH | On alliance between AAP and Congress in Haryana, AAP's National Spokesperson Priyanka Kakkar says, "Talks are going on. It is too early to say anything right now. Aam Aadmi Party is continuously working in Haryana. We are fully prepared to contest elections on all 90… pic.twitter.com/eTaVUC2qO0
— ANI (@ANI) September 7, 2024
AAP ने 10 सीटों की मांग की थी, जबकि कांग्रेस 5-7 सीटें देने को तैयार थी। PTI के अनुसार, फिलहाल सीट बंटवारे पर कोई सहमति नहीं बनी है। AAP के सूत्रों का कहना है कि हरियाणा में गठबंधन वार्ता लगभग विफल होने की कगार पर है और पार्टी राज्य की 90 में से 50 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की योजना बना रही है।
वहीं, कांग्रेस के अंदर से भी AAP के साथ गठबंधन को लेकर विरोध के स्वर उठ रहे हैं। भूपिंदर सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाले कांग्रेस के गुट और कुछ अन्य नेताओं ने AAP के साथ सीट शेयरिंग के समझौते पर आपत्ति जताई है। इन नेताओं का मानना है कि केजरीवाल की पार्टी की हरियाणा में कोई विशेष पकड़ नहीं है।
गौरतलब है कि AAP और कांग्रेस, जो हाल ही में हरियाणा, गुजरात और दिल्ली में लोकसभा चुनाव एक साथ लड़ चुके हैं, इस बार हरियाणा के विधानसभा चुनाव में गठबंधन को लेकर संघर्ष कर रहे हैं।
हरियाणा में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव 5 अक्टूबर को होगा और नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 12 सितंबर है। वोटों की गिनती 8 अक्टूबर को की जाएगी।