महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस होंगे नए मुख्यमंत्री, आलाकमान ने फैसले पर लगाई मुहर

4 दिसंबर को विधायक दल की बैठक के बाद देवेंद्र फडणवीस के नाम की आधिकारिक घोषणा।

· 1 min read
महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस होंगे नए मुख्यमंत्री, आलाकमान ने फैसले पर लगाई मुहर
देवेंद्र फडणवीस का नाम मुख्यमंत्री पद की रेस में शुरुआत से ही सबसे आगे था।

महाराष्ट्र में राजनीतिक हलचल के बीच बीजेपी ने देवेंद्र फडणवीस को राज्य का नया मुख्यमंत्री बनाने का फैसला कर लिया है। सूत्रों के अनुसार, बीजेपी आलाकमान ने उनके नाम पर सहमति जता दी है। हालांकि, आधिकारिक घोषणा 4 दिसंबर को विधायक दल की बैठक के बाद की जाएगी।

देवेंद्र फडणवीस का नाम मुख्यमंत्री पद की रेस में शुरुआत से ही सबसे आगे था। उनके नाम पर बीजेपी समेत महायुति के अन्य दलों, जैसे एनसीपी और शिवसेना (शिंदे गुट), ने भी सहमति जताई है। फडणवीस के नेतृत्व में बीजेपी ने महाराष्ट्र में शानदार प्रदर्शन किया है, जो उनकी सशक्त नेतृत्व क्षमता को दर्शाता है।

शिंदे और अजित पवार से फडणवीस की बातचीत

मुख्यमंत्री पद के ऐलान से पहले देवेंद्र फडणवीस ने एकनाथ शिंदे और अजित पवार से बातचीत की। सोमवार सुबह फडणवीस ने एकनाथ शिंदे को फोन कर उनका हालचाल लिया। सूत्रों का दावा है कि यह फोन महज शिष्टाचार नहीं था, बल्कि शिंदे को मनाने का प्रयास भी था।

उधर, एनसीपी नेता अजित पवार ने भी बीजेपी को खुला समर्थन दे दिया है, जिससे शिंदे की स्थिति कमजोर होती दिख रही है। सूत्रों की मानें तो शिंदे और अजित पवार के बीच मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर खींचतान जारी है।

अजित पवार ने दिल्ली जाकर गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है। एनसीपी वित्त, सार्वजनिक संबंध और कृषि जैसे महत्वपूर्ण विभागों की मांग कर रही है। वहीं, शिंदे गृहमंत्रालय पर अड़े हुए हैं। दूसरी ओर, फडणवीस गृहमंत्रालय अपने पास रखना चाहते हैं, जिससे विवाद गहराता जा रहा है।

बीजेपी संकटमोचक गिरीश महाजन की भूमिका

बीजेपी नेता गिरीश महाजन को एकनाथ शिंदे से बातचीत करने उनके आवास पर भेजा गया। महाजन ने शिंदे का हालचाल लेने के बाद मीडिया को बताया कि मंत्रालयों को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है। उन्होंने कहा, "शिंदे जी जल्दी स्वस्थ होकर सरकारी बैठकों में हिस्सा लेंगे। महायुति में कोई खटपट नहीं है।"

फडणवीस की वापसी: मजबूत नेतृत्व की ओर

देवेंद्र फडणवीस का मुख्यमंत्री बनना तय होने के साथ ही महाराष्ट्र की राजनीति में एक नई दिशा की उम्मीद है। उनके पास प्रशासनिक अनुभव और मजबूत जनाधार है। बीजेपी की रणनीति उनके नेतृत्व में आने वाले चुनावों में पार्टी की स्थिति को और मजबूत करने की है।

महत्वपूर्ण बातें

  • 4 दिसंबर को विधायक दल की बैठक के बाद देवेंद्र फडणवीस के नाम की आधिकारिक घोषणा।
  • एनसीपी वित्त और कृषि विभाग की मांग कर रही है।
  • शिंदे गृहमंत्रालय पर अड़े हुए, लेकिन फडणवीस इसे छोड़ने के मूड में नहीं।
  • अजित पवार का बीजेपी को समर्थन शिंदे की स्थिति कमजोर कर रहा है।






Related Articles