केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के आरोपों का सख्त पलटवार करते हुए उन पर जानबूझकर निजी हमले करने और राज्य के खिलाफ नकारात्मक अभियान चलाने का आरोप लगाया है। यह प्रतिक्रिया तब आई जब राज्यपाल ने मुख्यमंत्री विजयन पर अपने पत्र का जवाब देने में 27 दिनों की देरी का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि राज्यपाल की ओर से लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं और उन्होंने जानबूझकर राज्य की छवि को खराब करने की कोशिश की है।
सुप्रीम कोर्ट की चिंता और विधेयकों पर विचार
मुख्यमंत्री विजयन ने अपने पत्र में इस बात का भी उल्लेख किया कि सुप्रीम कोर्ट ने राज्यपाल के विधानसभा द्वारा पारित विधेयकों पर विचार न करने की आदत पर चिंता जताई है। विजयन ने कहा कि उन्होंने राज्यपाल को लिखे गए पत्र में स्पष्ट किया था कि राज्य में किसी भी अवैध गतिविधि की जानकारी नहीं दी गई थी। इसके बावजूद, राज्यपाल द्वारा सार्वजनिक रूप से 'गलत धारणाओं' को फैलाना राज्य और उसके निवासियों को बदनाम करने के निरंतर नकारात्मक अभियान का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल बार-बार बिना सबूतों वाली मीडिया रिपोर्टों पर भरोसा कर रहे हैं, जिसका एकमात्र उद्देश्य गलत आरोपों के लिए समर्थन प्राप्त करना है।
सोने की तस्करी पर मुख्यमंत्री की सफाई
मुख्यमंत्री ने सोने की तस्करी के आरोपों पर भी सफाई दी। उन्होंने कहा कि सोने की तस्करी को रोकने की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है और राज्य सरकार ने जब्त किए गए सोने की पूरी जानकारी अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर सार्वजनिक कर दी है। विजयन ने कहा कि सोने की तस्करी देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाती है और इसे रोकने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह से पारदर्शी है। उन्होंने यह भी कहा कि जब्त किए गए सोने और नकदी की जानकारी मीडिया को पहले ही दी जा चुकी है। विजयन ने यह स्पष्ट किया कि उन्होंने न तो कोई अतिरिक्त बात कही है और न ही किसी तथ्य को छुपाया है।
पत्र की देरी पर जवाब
राज्यपाल के पत्र के जवाब में देरी के आरोप पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने 7 अक्टूबर को अपने पत्र में इस देरी के स्पष्ट कारण बता दिए थे। उन्होंने कहा कि राज्यपाल को इस मामले में कोई गलतफहमी नहीं होनी चाहिए और उनके द्वारा लगाए गए आरोप निराधार हैं। मुख्यमंत्री ने अपने बयान में कहा कि सरकार के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है और उनके खिलाफ किए गए निजी हमलों का वे सख्त विरोध करते हैं।
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने राज्यपाल के आरोपों को खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि राज्यपाल का राज्य के खिलाफ चलाया जा रहा नकारात्मक अभियान अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पारदर्शिता के साथ कार्य कर रही है और किसी भी अवैध गतिविधि के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है।