मध्यप्रदेश के कर्मचारियों के महंगाई भत्ते पर सस्पेंस: दिवाली के बाद मिलने की संभावना बढ़ी

मध्यप्रदेश के कर्मचारियों के महंगाई भत्ते पर सस्पेंस: दिवाली के बाद मिलने की संभावना बढ़ी

· 1 min read
मध्यप्रदेश के कर्मचारियों के महंगाई भत्ते पर सस्पेंस: दिवाली के बाद मिलने की संभावना बढ़ी
सरकारी कर्मचारियों के महंगाई भत्ता मिलने का सस्पेंस बरकरार है। 

मध्यप्रदेश के सरकारी कर्मचारियों को महंगाई भत्ते (DA) को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। जहां पहले चर्चा थी कि दिवाली से पहले डीए दिया जाएगा, अब यह अनुमान लगाया जा रहा है कि महंगाई भत्ता दिवाली के बाद ही मिलेगा। दिवाली नजदीक आते ही कर्मचारियों को उम्मीद थी कि उनके वेतन में महंगाई भत्ते के जरिए राहत मिलेगी, लेकिन अब वित्त विभाग और सरकार के बीच इस मुद्दे पर लगातार विचार-विमर्श चल रहा है।

दिवाली से पहले डीए मिलने की संभावना कम

प्राप्त जानकारी के अनुसार, कर्मचारियों को दिवाली से पहले महंगाई भत्ता मिलने की संभावना कम होती जा रही है। यह अनुमान पहले लगाया जा रहा था कि त्योहार से पहले ही डीए की घोषणा हो जाएगी, लेकिन अब चर्चा है कि इस पर निर्णय दिवाली के बाद ही लिया जाएगा। महंगाई भत्ता देने की प्रक्रिया पर अभी भी सरकारी स्तर पर बातचीत जारी है, जिसमें वित्त विभाग की मुख्य भूमिका है।

कर्मचारियों को हर महीने हो रहा आर्थिक नुकसान

सरकारी कर्मचारियों को महंगाई भत्ता न मिलने से उन्हें हर महीने आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। अखिल भारतीय सेवा के अधिकारियों को 1 जनवरी 2024 से 50% की दर से महंगाई भत्ता मिलना शुरू हो गया है, जबकि राज्य के कर्मचारियों को अभी भी 46% की दर से ही डीए दिया जा रहा है। इस चार प्रतिशत के अंतर को लेकर कर्मचारी कई बार अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं, लेकिन अब तक इस पर कोई ठोस फैसला नहीं लिया गया है।

डिप्टी सीएम का बयान और कर्मचारियों की मांग

इस मुद्दे पर राज्य के डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा का कहना है कि महंगाई भत्ता देने पर वित्त विभाग और सरकार के बीच विचार-विमर्श जारी है। हालांकि, इस पर कोई निश्चित निर्णय कब लिया जाएगा, इसका कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिया गया है। वहीं, तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के प्रदेश सचिव उमाशंकर तिवारी ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि केंद्र सरकार अपने कर्मचारियों को साल में दो बार डीए में बढ़ोतरी करती है, जो कि जनवरी और जुलाई में लागू होती है। केंद्र सरकार के कर्मचारियों को 50% महंगाई भत्ता मिल रहा है, जबकि राज्य के कर्मचारियों को केवल 46% डीए ही दिया जा रहा है।

तिवारी ने उम्मीद जताई है कि सरकार जल्द ही इस पर कोई ठोस निर्णय लेकर कर्मचारियों को राहत देगी और संभवतः दिवाली के पहले ही महंगाई भत्ता देने की घोषणा कर सकती है। कर्मचारियों की लंबे समय से यह मांग रही है कि उन्हें भी केंद्र सरकार की तरह ही समय पर डीए की सुविधा दी जाए, ताकि उनके आर्थिक नुकसान को कम किया जा सके।

सरकार का अगला कदम क्या होगा?

सरकारी सूत्रों के अनुसार, महंगाई भत्ते पर अंतिम फैसला दिवाली के बाद ही लिया जा सकता है। कर्मचारियों को फिलहाल इंतजार करना होगा, जब तक कि सरकार और वित्त विभाग इस पर किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचते।