जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के वरिष्ठ नेता और नई दिल्ली विधानसभा सीट से पार्टी के प्रत्याशी प्रवेश वर्मा ने आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के खिलाफ 100 करोड़ रुपये का मानहानि मुकदमा दायर किया है। वर्मा ने दोनों नेताओं पर चुनाव के दौरान उनकी छवि को धूमिल करने और उन्हें लेकर झूठे आरोप लगाने का आरोप लगाया है।
वर्मा का कहना है कि केजरीवाल और भगवंत मान ने जो आरोप लगाए हैं, वे पूरी तरह से बेबुनियाद और राजनीति से प्रेरित हैं। वर्मा ने अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उन पर लगे आरोप सिर्फ उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए हैं। विशेष रूप से, दोनों नेताओं ने यह आरोप लगाया था कि वर्मा ने पंजाबियों को 'देश के लिए खतरा' बताया है, जिसे वर्मा ने सिरे से नकार दिया।
वर्मा ने कहा, "मैं और मेरा परिवार सिख समुदाय के लिए जो काम कर रहे हैं, उसे किसी को बताने की जरूरत नहीं है।" इसके अलावा, उन्होंने दावा किया कि उनके पास ऐसे सबूत हैं, जो यह साबित करते हैं कि पंजाब से हजारों गाड़ियां दिल्ली में चुनाव प्रचार के लिए लाई गई हैं। इन वाहनों में आप के मंत्री, विधायक और खुद मुख्यमंत्री भगवंत मान शामिल थे। वर्मा का आरोप है कि इन वाहनों के जरिए चुनाव प्रक्रिया और मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए चीन में बने सीसीटीवी कैमरे, शराब और पैसे बांटे जा रहे थे।
इसके साथ ही, वर्मा ने केजरीवाल द्वारा भगवान राम और हनुमान पर की गई विवादित टिप्पणी का भी विरोध किया और इसे असंवेदनशील व धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला बताया। उन्होंने कहा, "यह बयान न केवल असंवेदनशील है, बल्कि भारतीय संस्कृति और धार्मिक भावनाओं को भी ठेस पहुंचाने वाला है।"
वर्मा ने कहा कि वह इस मामले में मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे और यदि वह यह मुकदमा जीतते हैं, तो जितनी भी राशि उन्हें मिलेगी, वह इसे नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र के विकास कार्यों में लगाएंगे। इसके अलावा, वर्मा ने चुनाव आयोग से भी मांग की कि वह आप पार्टी की इस प्रकार की गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई करे और दिल्ली विधानसभा चुनाव को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से कराए।