राहुल गांधी ने कांग्रेस की जाति जनगणना की योजना की घोषणा की, पीएम मोदी पर निशाना साधा

राहुल गांधी ने कांग्रेस की जाति जनगणना की योजना की घोषणा की, पीएम मोदी पर निशाना साधाराहुल गांधी

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राहुल गांधी ने कांग्रेस की जाति जनगणना की योजना की घोषणा की, पीएम मोदी पर निशाना साधा

राहुल गांधी ने कांग्रेस की जाति जनगणना की योजना की घोषणा की, पीएम मोदी पर निशाना साधा

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने महाराष्ट्र के सांगली में एक जनसभा को संबोधित किया। इस अवसर पर राहुल गांधी ने जाति जनगणना को लेकर कांग्रेस के आगामी कदमों की जानकारी दी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने पर माफी मांगने के मुद्दे पर हमला बोला।

राहुल गांधी ने कहा, "कांग्रेस जाति जनगणना कराने का फैसला कर चुकी है। प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा ने शिवाजी महाराज की मूर्ति के गिरने के मुद्दे पर पूरे महाराष्ट्र के लोगों से माफी मांगी है। यह सही है कि उन्हें अपने भ्रष्टाचार और अपराध के लिए महाराष्ट्र के हर व्यक्ति से माफी मांगनी चाहिए।

9 महीने से भी कम समय के भीतर 26 अगस्त को यह प्रतिमा गिर गई।

जनसभा से पहले, राहुल गांधी ने सांगली में दिवंगत पूर्व राज्य मंत्री पतंगराव कदम की प्रतिमा का अनावरण किया। कदम का 2018 में निधन हो गया था। इस मौके पर महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले, विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार और कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोरात भी मौजूद थे।

मूर्तियों के विवाद पर माफी और विपक्षी आरोप

27 अगस्त को पालघर में एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने सिंधुदुर्ग में शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने पर माफी मांगी। उन्होंने कहा, "छत्रपति शिवाजी महाराज हमारे लिए सिर्फ एक महाराजा नहीं हैं, बल्कि पूजनीय हैं। मैं उनके सामने नतमस्तक होकर माफी मांगता हूं।"

इससे पहले, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, डिप्टी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने भी इस घटना के लिए माफी मांगी थी। हालांकि, विपक्षी पार्टियां लगातार सरकार पर हमले कर रही हैं और भ्रष्टाचार के आरोप लगा रही हैं।

विपक्षी पार्टियों का रुख

शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सरकार पर आरोप लगाया कि शिवाजी महाराज की मूर्ति हवा से कैसे गिर गई, और राज्य सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि स्मारक निर्माण में करोड़ों का भ्रष्टाचार हुआ है और इसे फिर से बनाने के नाम पर और भी भ्रष्टाचार होगा।

NCP के प्रमुख शरद पवार ने भी राज्य सरकार की जिम्मेदारी को लेकर सवाल उठाया और इसे एक गंभीर मुद्दा बताया।

भाजपा-शिवसेना (शिंदे गुट) सरकार का कार्यकाल

महाराष्ट्र में वर्तमान में भाजपा-शिवसेना (शिंदे गुट) की सरकार है, जिसका कार्यकाल नवंबर 2024 में समाप्त होगा। अक्टूबर 2024 में संभावित चुनावों के लिए तैयारियां चल रही हैं। 2019 में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 106 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी का दर्जा प्राप्त किया था, लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर शिवसेना और भाजपा में विवाद हुआ था।

शिवसेना के 56 विधायकों ने कांग्रेस और NCP के सहयोग से महाविकास अघाड़ी गठबंधन की सरकार बनाई, और उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने। मई 2022 में एकनाथ शिंदे ने बगावत कर भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई, जिसके बाद शिवसेना दो गुटों में बंट गई। 17 फरवरी 2023 को चुनाव आयोग ने शिंदे गुट को 'शिवसेना' नाम और 'धनुष और तीर' चुनाव चिह्न सौंपा।

इसके बाद अजित पवार ने भी बगावत की और NCP के कुछ विधायकों के साथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए। अजित पवार को डिप्टी सीएम बनाया गया।

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