सीएम डॉ. मोहन यादव का फ्री कोचिंग का ऐलान: NEET, JEE की तैयारी के लिए सरकार उठाएगी फीस

सीएम डॉ. मोहन यादव का फ्री कोचिंग का ऐलान:कहा- NEET, JEE के लिए फीस सरकार भरेगी; 5 शहर में कराएंगे तैयारी

· 1 min read
सीएम डॉ. मोहन यादव का फ्री कोचिंग का ऐलान: NEET, JEE की तैयारी के लिए सरकार उठाएगी फीस
इस समारोह में मुख्यमंत्री ने ‘कौन बनेगा करोड़पति’ शो में 50 लाख रुपये जीतने वाले बंटी वाडिया का भी सम्मान किया।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि राज्य के जनजातीय छात्रों को NEET, JEE, CLAT जैसी परीक्षाओं की तैयारी के लिए मुफ्त कोचिंग सुविधा प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री ने यह ऐलान खंडवा के खालवा में आयोजित जनजातीय छात्र प्रोत्साहन एवं सम्मान समारोह में किया। इस योजना के तहत अनुसूचित जाति और जनजाति के छात्रों को भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन में कोचिंग की सुविधा मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार छात्रों की कोचिंग फीस पूरी तरह से वहन करेगी।

50 लाख जीतने वाले आदिवासी युवक का सम्मान

इस समारोह में मुख्यमंत्री ने ‘कौन बनेगा करोड़पति’ शो में 50 लाख रुपये जीतने वाले बंटी वाडिया का भी सम्मान किया। बंटी ने बताया कि उन्हें आगे की पढ़ाई के लिए मुख्यमंत्री द्वारा स्कॉलरशिप दी गई है। जब बंटी ने केबीसी में हिस्सा लिया, तब उनके बैंक अकाउंट में सिर्फ 240 रुपये थे, लेकिन अब वे स्कॉलरशिप के तहत अपनी शिक्षा को आगे बढ़ा पाएंगे।

सीएम ने केबीसी शो में 50 लाख रुपए जीतने वाले बंटी वाडिया का सम्मान किया

लंदन में पढ़ाई के लिए छात्र को 35 लाख की स्कॉलरशिप

खंडवा के आशाराम पालवी, जो लंदन की यूनिवर्सिटी ऑफ लीसेस्टर में एमएससी (जियोग्राफिकल इन्फॉर्मेशन साइंस) करने जा रहे हैं, उन्हें भी इस कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। आशाराम को उनकी पढ़ाई के लिए 35 लाख रुपये की स्कॉलरशिप प्रदान की गई। मुख्यमंत्री ने मंच पर खुद आशाराम के बालों की स्टाइल ठीक की और उन्हें आशीर्वाद दिया।

विदेश में पढ़ाई के लिए 70 छात्रों को स्कॉलरशिप

मध्य प्रदेश सरकार की विदेश अध्ययन छात्रवृत्ति योजना के तहत अब तक 70 छात्रों को विदेश में पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप दी जा चुकी है। इस कार्यक्रम में 5 छात्रों को विशेष रूप से सम्मानित किया गया, जिनमें भोपाल और इंदौर के विद्यार्थी भी शामिल थे। इन छात्रों में से सौरभ सिंह और लोकेश पडगिल ने अपनी पढ़ाई पूरी करके भारत वापस लौट आए हैं। सौरभ ने स्विट्जरलैंड से ग्लोबल मार्केटिंग में एमबीए किया है, जबकि लोकेश ने यूके से एमएससी मार्केटिंग की डिग्री प्राप्त की है।

आकांक्षा योजना का विस्तार

आकांक्षा योजना 2018-19 में जनजातीय छात्रों के लिए शुरू की गई थी, लेकिन कोरोना काल में इसे अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था। अब इसे दोबारा शुरू किया जा रहा है और इसका विस्तार किया जा रहा है ताकि और अधिक छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए सहायता मिल सके।

Related Articles