मध्यप्रदेश स्थाई कर्मी कल्याण संघ (MP Permanent Workers Welfare Association) के जिला उमरिया (Umaria) इकाई ने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन जिला कलेक्टर उमरिया के माध्यम से दिया गया। इस अवसर पर संघ के प्रदेश सचिव विनोद भट्ट और अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे। ज्ञापन के माध्यम से वन विभाग में कार्यरत स्थाई कर्मियों और सुरक्षा श्रमिकों की समस्याओं को उजागर करते हुए समाधान की मांग की गई।
वन एवं वन्यप्राणियों की सुरक्षा में अहम भूमिका
ज्ञापन सौंपते समय विनोद भट्ट ने बताया कि सामान्य वन मंडल उमरिया और बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व उमरिया में कार्यरत सुरक्षा श्रमिक अपनी जान की परवाह किए बिना वन और वन्यप्राणियों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं। ये कर्मी न केवल हाथी, बाघ और तेंदुए जैसे खतरनाक वन्यजीवों को पकड़ने का कार्य कुशलता से करते हैं, बल्कि वन विभाग का लगभग 50 प्रतिशत कार्यभार भी संभालते हैं।
नियमित वेतन और सुविधाओं की कमी
संघ ने बताया कि इन कर्मियों को समय पर मजदूरी नहीं मिलती है। साथ ही, सरकार द्वारा तय अन्य सुविधाएं भी उन्हें उपलब्ध नहीं कराई जातीं। यह स्थिति इन श्रमिकों और स्थाई कर्मियों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है।
पहले भी हो चुके हैं प्रयास
विनोद भट्ट ने कहा कि कई बार संघ ने अपनी समस्याओं को शासन के समक्ष प्रस्तुत किया है, लेकिन अभी तक कोई ठोस समाधान नहीं निकला है। इन समस्याओं का समाधान न होने से वन विभाग के कर्मियों में आक्रोश व्याप्त है।
ज्ञापन में रखी गई प्रमुख मांगें
ज्ञापन में संघ ने सरकार से अपील की कि स्थानीय समस्याओं को जल्द से जल्द हल किया जाए। इससे न केवल वन सुरक्षा में लगे जमीनी कर्मचारियों की स्थिति बेहतर होगी, बल्कि उनके बच्चों का भविष्य भी सुरक्षित हो सकेगा।
संघ के पदाधिकारियों की उपस्थिति
इस ज्ञापन सौंपने के दौरान मध्यप्रदेश स्थाई कर्मी कल्याण संघ के विभिन्न पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे। सभी ने इस मुद्दे पर सरकार से शीघ्र कार्रवाई की मांग की।
इस ज्ञापन के माध्यम से संघ ने वन सुरक्षा से जुड़े कर्मियों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए सरकार से उनके अधिकारों की रक्षा और समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करने की अपील की।