मध्य प्रदेश में मौसम तेजी से करवट ले रहा है। राजस्थान पर बने चक्रवात के कारण प्रदेश में सर्द हवाओं का दौर जारी है, जिससे न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। वहीं, हवाओं में मौजूद नमी के कारण कई जिलों में कोहरा और धुंध छा रहा है। मौसम विज्ञानियों का अनुमान है कि अगले 48 घंटों में मौसम और भी बदल सकता है, और प्रदेश के कुछ इलाकों में बादल छाने की संभावना है।
न्यूनतम तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी
राजस्थान पर बने प्रति-चक्रवात के प्रभाव से मध्य प्रदेश में सर्द हवाएं बह रही हैं, जिससे रात के तापमान में गिरावट देखने को मिल रही है। बुधवार को प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में मंडला सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हिल स्टेशन पचमढ़ी में यह तापमान 7.8 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जो पूरे प्रदेश में सबसे कम रहा। राजधानी भोपाल में भी सर्दी ने दस्तक दे दी है, जहां बुधवार रात का तापमान 11 डिग्री सेल्सियस रहा, जो इस सीजन का सबसे निचला स्तर है।
कोहरे और धुंध का प्रभाव
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि प्रदेश में ग्वालियर और चंबल संभाग के जिलों में सर्द हवाओं के साथ नमी के कारण घना कोहरा छाया हुआ है। वहीं, बाकी इलाकों में सुबह के समय हल्की धुंध देखने को मिल रही है। सर्द हवाओं और कोहरे की वजह से आम जनजीवन पर असर पड़ रहा है, और ठंड का असर धीरे-धीरे बढ़ रहा है।
बंगाल की खाड़ी में चक्रवात का प्रभाव
मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार को बंगाल की खाड़ी में तमिलनाडु के तट के पास हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बनने की संभावना है। यह चक्रवात आगे चलकर कम दबाव वाले क्षेत्र में बदल सकता है, जिससे हवाओं का रुख बदल सकता है। इसके चलते अगले 48 घंटों के बाद प्रदेश के कुछ इलाकों में बादल छाने की संभावना है। हालांकि, अभी भारी बारिश की संभावना नहीं है, लेकिन बादलों के कारण तापमान में मामूली बदलाव हो सकता है।
अगले दो दिनों का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में अगले दो दिनों तक ठंड बढ़ने के आसार हैं। रात के तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी रहेगा, और कोहरे व धुंध का असर भी देखने को मिलेगा। इसके साथ ही, बादल छाने की संभावना को लेकर सतर्क रहने की सलाह दी गई है। सर्दी के इस शुरुआती दौर में लोग गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करें और सुबह-शाम बाहर निकलते समय विशेष सावधानी बरतें।
मध्य प्रदेश में बदलते मौसम का यह मिजाज किसानों और आम जनता दोनों के लिए अहम है। कोहरे और धुंध का असर खेती और परिवहन पर भी पड़ सकता है। ऐसे में, मौसम से जुड़ी जानकारी पर ध्यान देना आवश्यक है।