उत्तर प्रदेश और झारखंड में गुरुवार को दो भीषण सड़क हादसे हुए, जिनमें कुल 17 लोगों की जान चली गई और कई गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे की भयावहता ने लोगों को झकझोर कर रख दिया। उत्तर प्रदेश के यमुना एक्सप्रेसवे पर एक डबल डेकर बस की ट्रक से भिड़ंत हो गई, जबकि झारखंड के हजारीबाग में एक यात्री बस पलटने से बड़ा हादसा हुआ।
यमुना एक्सप्रेसवे पर हादसा: 5 की मौत, 15 घायल
उत्तर प्रदेश में यमुना एक्सप्रेसवे के टप्पल क्षेत्र में गुरुवार देर रात एक डबल डेकर बस पीछे से ट्रक में जा घुसी। इस हादसे में एक मासूम बच्चे और एक महिला सहित पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि 15 से अधिक लोग घायल हो गए। बस दिल्ली से आजमगढ़ जा रही थी और टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस का आगे का हिस्सा चकनाचूर हो गया।
हादसे के प्रमुख बिंदु:
- हादसे का कारण: प्रारंभिक जांच में आशंका जताई गई है कि ड्राइवर को झपकी आने या ओवरटेक के प्रयास में यह हादसा हुआ।
- घायलों की स्थिति: घायलों में एक 11 महीने की बच्ची, 5 साल का बच्चा, तीन महिलाएं और नौ पुरुष शामिल हैं।
- मौके पर मची चीख-पुकार: हादसे के वक्त अधिकांश यात्री गहरी नींद में थे। टक्कर के बाद चीख-पुकार मच गई। स्थानीय लोग और पुलिस ने मिलकर खिड़कियां तोड़कर घायलों को बाहर निकाला।
- मृतकों की पहचान: तीन मृतकों की पहचान कर ली गई है, जबकि दो शव अज्ञात हैं।
- जाम की स्थिति: हादसे के बाद एक्सप्रेसवे पर देर रात तक जाम लगा रहा।
बस और ट्रक की जानकारी:
बस फैजाबाद स्थित कृष्णा ट्रैवल्स कंपनी की थी। ट्रक में बियर की खाली बोतलें लदी थीं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
हजारीबाग में बस पलटी: 12 की मौत, 24 घायल
झारखंड के हजारीबाग जिले में गुरुवार सुबह एक यात्री बस पलटने से 12 लोगों की मौत हो गई और 24 से अधिक यात्री घायल हो गए। यह बस कोलकाता से पटना जा रही थी। हादसा बरकट्ठा प्रखंड के गोरहर इलाके में हुआ, जहां निर्माणाधीन सिक्स लेन सड़क का काम अधूरा छोड़ा गया था।
हादसे के कारण:
स्थानीय लोगों के अनुसार, सड़क के अधूरे निर्माण और गड्ढों के कारण बस अनियंत्रित होकर पलट गई। यह हादसा सुबह 6 बजे हुआ, जब अधिकतर यात्री सो रहे थे।
मौके पर स्थिति:
- चीख-पुकार का दृश्य: दुर्घटना के बाद बस में फंसे यात्रियों को निकालने के लिए स्थानीय ग्रामीणों और पुलिस ने मदद की।
- महिलाओं की अधिक संख्या: मृतकों में अधिकांश महिलाएं थीं।
- स्थानीय नाराजगी: ग्रामीणों ने सड़क निर्माण कंपनी पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि अधूरी सड़क के कारण यह हादसा हुआ।
प्रशासन की कार्रवाई:
दोनों हादसों में पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाने और राहत कार्य शुरू करने में त्वरित कार्रवाई की। यूपी के घायलों को जेवर के कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि हजारीबाग के घायलों का स्थानीय अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
हादसों ने उठाए सुरक्षा और प्रशासनिक लापरवाही पर सवाल
दोनों हादसों ने सड़क सुरक्षा और निर्माण कार्यों में लापरवाही को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यमुना एक्सप्रेसवे पर ट्रक और बस चालकों की लापरवाही सामने आई, वहीं झारखंड में अधूरी सड़क का निर्माण एक बड़ी वजह बना।
सरकार से अपील:
इन हादसों ने यात्रियों की सुरक्षा के प्रति सरकार और परिवहन विभाग की जिम्मेदारी पर जोर दिया है। समय रहते ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है।