मध्य प्रदेश: शिवपुरी में बीजेपी विधायक और जिला उपाध्यक्ष के बीच टकराव, शोरूम का किराया बना विवाद का कारण
शिवपुरी, मध्य प्रदेश से एक बड़ा विवाद सामने आया है, जहां भारतीय जनता पार्टी (BJP) के दो प्रमुख नेताओं के बीच एक शोरूम के किराए को लेकर टकराव हो गया है। यह टकराव पिछोर से बीजेपी विधायक प्रीतम लोधी और शिवपुरी के बीजेपी जिला उपाध्यक्ष दिलीप मुदगल के बीच हुआ है। पूरा मामला शिवपुरी के ग्वालियर बाईपास स्थित एक शोरूम का है, जिसे जिला उपाध्यक्ष दिलीप मुदगल ने टाटा मोटर्स को किराए पर दिया था।
एग्रीमेंट और शोरूम खाली करने को लेकर विवाद
दिलीप मुदगल ने अपने शोरूम को 2025 तक के एग्रीमेंट के तहत टाटा मोटर्स को किराए पर दिया था। इस शोरूम को टाटा मोटर्स का ग्वालियर स्थित डीलर, समर्थ मोटर्स, चला रहा था। सब कुछ सामान्य चल रहा था, लेकिन अचानक विवाद तब खड़ा हुआ जब समर्थ मोटर्स ने शिवपुरी के बड़ौदी क्षेत्र में अपना नया शोरूम बना लिया। नए शोरूम के तैयार हो जाने के बाद समर्थ मोटर्स ने ग्वालियर बाईपास स्थित शोरूम को खाली करने की प्रक्रिया शुरू कर दी, जबकि अभी एग्रीमेंट की अवधि पूरी नहीं हुई थी।
शोरूम पर ताला लगाने की घटना
शोरूम को खाली करने के दौरान, जिला उपाध्यक्ष दिलीप मुदगल ने एग्रीमेंट के अनुसार बाकी बचे हुए किराए की मांग की। लेकिन जब समर्थ मोटर्स ने किराए का भुगतान नहीं किया, तो मुदगल ने नाराज होकर शोरूम पर ताला जड़ दिया। इस घटना के कारण समर्थ मोटर्स की एक कार और कुछ अन्य सामान शोरूम के अंदर फंस गए।
पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे विधायक प्रीतम लोधी
शोरूम पर ताला लगाए जाने के बाद मामला और बढ़ गया, जब समर्थ मोटर्स के संचालक मुकेश अग्रवाल ने पिछोर विधायक प्रीतम लोधी से मदद मांगी। इसके बाद विधायक प्रीतम लोधी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और दोनों नेताओं के बीच तीखी बहस हुई। विवाद का मुख्य कारण एग्रीमेंट की शर्तों के अनुसार किराए का भुगतान और शोरूम खाली करने की प्रक्रिया को लेकर था।
दोनों नेताओं के बीच बातचीत से विवाद सुलझने की उम्मीद
विवाद के बाद से दोनों नेताओं के बीच बातचीत चल रही है, ताकि मामले को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाया जा सके। यह मामला न केवल स्थानीय राजनीति में चर्चा का विषय बना हुआ है, बल्कि बीजेपी के अंदर भी आंतरिक खींचतान को उजागर कर रहा है।
यह घटना दिखाती है कि कैसे व्यक्तिगत और व्यावसायिक मामलों में असहमति कभी-कभी राजनीतिक तनाव का कारण बन सकती है।