कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) पर सवाल खड़े किए हैं। महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों के साथ-साथ अन्य राज्यों में हुए उपचुनावों की मतगणना से एक दिन पहले उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा करते हुए EVM को भाजपा की सबसे बड़ी ताकत और मोदी का ‘ब्रह्मास्त्र’ करार दिया।
दिग्विजय का आरोप
दिग्विजय सिंह ने जू परुलेकर नामक यूजर की एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, "आपकी बात सही है राजू, लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि नरेंद्र मोदी और भाजपा की ताकत EVM में हेराफेरी करने में है। चाहे वे कुछ भी करें, आखिरकार EVM उनका 'ब्रह्मास्त्र' है।"
उन्होंने यह भी दावा किया कि उनके संपर्क में कुछ ऐसे लोग हैं जो EVM में गड़बड़ी की वास्तविकताओं से परिचित हैं। उनके अनुसार, इन लोगों ने पहले ही भाजपा की जीत की भविष्यवाणी कर दी है। हालांकि, दिग्विजय सिंह ने उम्मीद जताई कि उनकी यह भविष्यवाणी गलत साबित हो।
गौतम अदाणी का जिक्र
दिग्विजय सिंह ने जिस पोस्ट को साझा किया, उसमें भारतीय उद्योगपति गौतम अदाणी पर भी कई गंभीर आरोप लगाए गए थे। इस पोस्ट में अदाणी पर आरोप लगाते हुए कहा गया था कि उनके कारण भारतीयों को बड़ा नुकसान हो रहा है। दिग्विजय सिंह ने इस पोस्ट को साझा कर EVM से जुड़ी अपनी आशंकाओं को भी सामने रखा।
पहले भी उठाए हैं सवाल
यह पहली बार नहीं है जब दिग्विजय सिंह ने EVM पर सवाल खड़े किए हों। वे पहले भी EVM की प्रामाणिकता पर सवाल उठाते रहे हैं। हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों के दौरान भी उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से ज्यादा से ज्यादा संख्या में चुनाव लड़ने का आह्वान किया था। उनका तर्क था कि अधिक उम्मीदवार होने से चुनाव आयोग को EVM के बजाय मतपत्रों का उपयोग करने पर मजबूर किया जा सकेगा।
चुनाव नतीजों की ओर सभी की नजरें
महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों के साथ ही देश के 13 राज्यों की 46 विधानसभा सीटों और दो लोकसभा सीटों (महाराष्ट्र के नांदेड़ और केरल के वायनाड) के लिए हुए उपचुनावों की मतगणना शनिवार सुबह 8 बजे से शुरू हो गई। इन चुनावों को लेकर कई एग्जिट पोल पहले ही भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन की जीत की भविष्यवाणी कर चुके हैं।
इन राज्यों में हुए उपचुनाव
हाल ही में उत्तर प्रदेश की 9, राजस्थान की 7, पश्चिम बंगाल की 6, असम की 5, पंजाब और बिहार की 4-4, कर्नाटक की 3, मध्य प्रदेश और केरल की 2-2 तथा छत्तीसगढ़, गुजरात, उत्तराखंड और मेघालय की 1-1 सीट पर विधानसभा उपचुनाव हुए थे।
निष्कर्ष
दिग्विजय सिंह के इस बयान से एक बार फिर EVM को लेकर राजनीति गरमा गई है। भाजपा के पक्ष में एग्जिट पोल आने के बाद उनके इन आरोपों ने सियासी बहस को और तेज कर दिया है। अब देखना होगा कि मतगणना के नतीजे इन आरोपों पर क्या असर डालते हैं।