अनिल अंबानी (Anil Ambani) की कंपनी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर (Reliance Infrastructure) ने मंगलवार को एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। कंपनी ने महाराष्ट्र (Maharashtra) के रत्नागिरी (Ratnagiri) जिले में विस्फोटक, गोला-बारूद (Explosives, ammunition) और छोटे हथियारों के निर्माण के लिए भारत की सबसे बड़ी परियोजना स्थापित करने की योजना बनाई है। इस योजना के तहत, रिलायंस अगले 10 वर्षों में 10,000 करोड़ रुपये (Rs 10,000 crore) से अधिक का निवेश करेगी।
धीरूभाई अंबानी डिफेंस सिटी (DADC)
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर को महाराष्ट्र के रत्नागिरी के वाटाड औद्योगिक क्षेत्र में 1,000 एकड़ भूमि आवंटित की गई है, जिस पर धीरूभाई अंबानी डिफेंस सिटी (DADC) का विकास किया जाएगा। कंपनी ने इस संबंध में एक बयान जारी करते हुए कहा कि यह परियोजना किसी भी निजी क्षेत्र की कंपनी द्वारा भारत में रक्षा क्षेत्र में स्थापित की गई सबसे बड़ी ग्रीनफील्ड परियोजना होगी।
रक्षा निर्यात में कंपनी की उपलब्धियां
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने अपनी सहायक कंपनियों के माध्यम से एक निश्चित अवधि में 1,000 करोड़ रुपये से अधिक के रक्षा उपकरणों का निर्यात किया है। इसके साथ ही, कंपनी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनियों, जैसे जय आर्मामेंट्स लिमिटेड और रिलायंस डिफेंस लिमिटेड, के पास पहले से ही भारत सरकार से हथियार और गोला-बारूद के निर्माण के लिए लाइसेंस प्राप्त हैं।
शेयर बाजार पर प्रभाव
इस घोषणा के बाद रिलायंस इंफ्रा के शेयरों में मंगलवार को 5% की गिरावट देखी गई। कंपनी के शेयर 254.55 रुपये पर बंद हुए हैं। पिछले पांच दिनों में कंपनी के शेयरों में 12% की गिरावट आई है, जबकि पिछले एक महीने में यह 23% तक चढ़ गए थे। छह महीने के दौरान, शेयर में 30% और इस वर्ष अब तक 21% का इजाफा देखा गया है। एक साल में कंपनी के शेयरों में 50% का उछाल आया है, जबकि पिछले पांच वर्षों में यह 800% तक बढ़ चुके हैं।
कंपनी का 52 सप्ताह का उच्चतम मूल्य 350.90 रुपये और न्यूनतम मूल्य 143.70 रुपये है। वर्तमान में, रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर का मार्केट कैप 10,071.64 करोड़ रुपये है।
यह निवेश परियोजना भारतीय रक्षा क्षेत्र में रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के समर्पण और विस्तार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।