मध्यप्रदेश में भाजपा का सदस्यता अभियान मंगलवार से शुरू हो गया। प्रदेश भाजपा कार्यालय में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मिस्ड कॉल देकर भाजपा की सदस्यता ली। इस अवसर पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने उन्हें सदस्यता प्रमाण पत्र प्रदान किया।
मुख्यमंत्री यादव ने कहा, “मैं अपने आप को अत्यंत भाग्यशाली मानता हूँ। जिस प्रकार सूर्य और चंद्रमा की मेहनत से पूरी सृष्टि आनंदित होती है, ठीक उसी प्रकार हमारे संगठन की प्रणाली भी है। जब से हमारी सरकार बनी, हमने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया कि कानून सबके लिए समान हो। सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन करते हुए हमने 22,000 माइक हटाए हैं। हम सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन पूरी तरह से कर रहे हैं।”
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि प्रदेश के किसी भी जिले में गंभीर बीमारियों के मामलों में एयर एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है। उन्होंने पुरानी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि जहां पूर्व में हेलिकॉप्टर घर में खड़ा होता था, हमने गरीबों के लिए हेलिकॉप्टर की व्यवस्था की है।
उन्होंने आगामी चुनावों की ओर इशारा करते हुए कहा, “अमरवाड़ा को कांग्रेस का गढ़ कहा जा रहा था, लेकिन हमने उसे गड़बड़ी का नाम दिया। हम चुनाव जीतने का लक्ष्य नहीं रखते, बल्कि एक-एक राष्ट्रभक्त को भाजपा से जोड़ने का लक्ष्य है।”
सदस्यता अभियान में कार्यकर्ता बनाएंगे इतिहास
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने सदस्यता अभियान के शुभारंभ पर कहा, “सभी जिलों से लेकर बूथों तक कार्यकर्ता जुड़े हैं। 8800002024 नंबर पर मिस्ड कॉल देकर लोग सदस्य बन सकते हैं। देश भर में 1 करोड़ 31 लाख लोगों ने कुछ ही समय में सदस्यता फॉर्म भरा है। भाजपा के अध्यक्ष बनने के बाद अमित शाह के नेतृत्व में चीन के राजनीतिक दल के सबसे अधिक सदस्य हुआ करते थे। आज भाजपा 11 करोड़ सदस्यों के साथ दुनिया का सबसे बड़ा राजनीतिक दल है।”
एमपी में डेढ़ करोड़ नए सदस्य बनाने का लक्ष्य
भाजपा के प्रदेश प्रभारी डॉ. महेंद्र सिंह ने कहा, “दुनिया में सिर्फ तीन देश हैं जो घर में घुसकर मारते हैं: अमेरिका, इज़राइल और भारत। मध्यप्रदेश में हम डेढ़ करोड़ का लक्ष्य पार करेंगे। मुख्यमंत्री मोहन यादव को हमने कभी तनाव में नहीं देखा, वे हमेशा हंसते-मुस्कुराते रहते हैं और कार्यकर्ताओं की समस्याओं का धैर्यपूर्वक समाधान करते हैं।”
भाजपा ने 25 सितंबर तक सदस्यता अभियान के पहले चरण में देश भर में 10 करोड़ नए सदस्यों को जोड़ने का लक्ष्य रखा है। मध्यप्रदेश में डेढ़ करोड़ नए लोगों को सदस्य बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। शिक्षक दिवस पर निजी शिक्षकों को सदस्यता दिलाने के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
सांसदों, मंत्रियों और विधायकों से लेकर हर पदाधिकारी को सदस्यता का लक्ष्य सौंपा गया है। एमपी में सांसदों को 25 हजार नए सदस्य बनाने होंगे, विधायकों को 15 हजार नए सदस्य जोड़ने होंगे, और अन्य जनप्रतिनिधियों को भी निर्धारित लक्ष्य पूरा करना होगा।